जाम से निजात दिलाने को सब्जी मंडी को सड़के से हटाकर मंडी समिति में लगाने का दिया था फरमान
शनिवार से तीन दिनों तक सब्जी और फल की दुकानों में तालाबंदी के ऐलान, आयुक्त को भेजा ज्ञापन
भास्कर न्यूज
अतर्रा। कस्बे की मुख्य सड़क पर लगने वाली सब्जी मंडी को हटाकर मंडी समिति में पहुंचाने के एसडीएम के फरमान से सब्जी और फल व्यापारियों का गुस्सा भड़क गया। व्यापारियों ने एसडीएम के आदेश को तानाशाही पूर्ण बताते हुए आंदोलन करने और तालाबंदी करने का ऐलान कर दिया। कहा है कि शनिवार से तीन दिनों तक सब्जी और फल की दुकानें बंद रहेंगी और आगे की रणनीति पर बाद में विचार किया जाएगा। उधर एसडीएम वीरेंद्र कुमार तिवारी अपने आदेश पर अडिग हैं और शासन के निर्देश का हवाला देते हुए सब्जी मंडी को स्थानांतरित करने की बात पर अड़े हुए हैं।
शुक्रवार को बदौसा रोड स्थित मंडी समिति में एसडीएम वीरेंद्र कुमार तिवारी, सीओ सियाराम, कोतवाल अनूप दुबे की अगुवाई में सब्जी व फल व्यापारियों के साथ बैठक कर रहे थे, तभी एसडीएम ने शासन के निर्देशों का हवाला देते हुए सब्जी व फल की दुकानों को मुख्य सड़क से हटाकर मंडी समिति के मैदान में लगाने का फरमान सुना डाला। जिस पर व्यापारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए मंडी में खुले आसमान के नीचे दुकानें लगाने में होने वाली दिक्कतों की बात कही और टीन शेड के नीचे दुकानें लगवाने की मांग की। लेकिन एसडीएम ने उनकी एक न सुनी और अपनी ही बात पर अडिग रहे। ऐसे में बैठक बेनतीजा रही और व्यापारियों ने एसडीएम की हठधर्मिता पर आक्रोश जाहिर करते हुए विरोध शुरू कर दिया।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष उमाशंकर गुप्ता, थोक सब्जी व्यापारी आनंद राजा गुप्ता आदि ने एसडीएम पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया और तीन दिनों के लिए सब्जी व फल की दुकानों में तालाबंदी करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद आक्रोशित व्यापारियांे ने मंडलायुक्त को ज्ञापन भेजकर एसडीएम को हटाने और सब्जी व फल की दुकानें लगाने के लिए टीनशेड की व्यवस्था करने की मांग की। इस मौके पर इस दौरान सब्जी व्यापारी मोहम्मद सलमान, राकेश कुमार, भूरे लाल गुप्ता, रमेश कुमार, अनिल कुमार गुप्ता, संतोष शिवहरे, सुशील कुमार, संतोष कुमार, नवल किशोर, लवलेश कुमार सहित आधा सैकड़ा व्यापारी मौजूद रहे।
व्यापारियों के समर्थन में उतरे अधिवक्ता व नेता
कस्बे को जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ता और विपक्षी दलों के नेता भी सब्जी व्यापारियों के समर्थन में उतर आए। एसडीएम को दोषी ठहराते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे। सपा नेता विवेक बिंदु तिवारी ने सब्जी व्यापारियों की टीन शेड की मांग को जायज बताते हुए कहा कि खुले आसमान के नीचे दुकानें लगाना संभव नहीं होगा। ऐसे में प्रशासन पहले व्यापारियांे को व्यवस्थित करने का इंतजाम करे, फिर उन्हें हटाने की सोचे। उधर अधिवक्ता सूरज बाजपेई ने कहा है कि जाम से निजात दिलाया जाना आवश्यक है, लेकिन उसके लिए सब्जी व्यापारियों को मुसीबत में डालना भी उचित नहीं है। कहा है कि प्रशासन उन्हें टीन शेड उपलब्ध कराए, तब दुकानें स्थानांतरित करने की बात करे।
अक्सर जाम के झाम से जूझता है अतर्रा
कस्बे के गांधी चौक से लेकर स्टेशन रोड तक झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सब्जी व फलों की दुकानें सजने की वजह से अक्सर जाम की समस्या से दो चार होना पड़ता है। कई बार तो घंटों तक लोग जाम के झाम में फंसे रहते हैं और परेशानियों से जूझते रहते हैं। ऐसे में एसडीएम, सीओ और थाना प्रभारी व्यापारियों से सामंजस्य स्थापित करके सब्जी की दुकानों को सड़क से हटाने की कवायद तेज किए हुए हैं। बताते हैं कि हाल ही में मंडल और जिला स्तरीय अधिकारी कस्बे के मुख्य चौराहे में जाम के झाम में फंस गए थे, जिसे खुलवाने में प्रशासन को पसीना आ गया था। तभी अधिकारियों ने तीन दिन के अंदर जाम की समस्या का निदान करने की व्यवस्था करने की हिदायत दी थी। जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और सब्जी मंडी को स्थानांतरित करने की कवायद शुरू की।