प्रदेश में दोबारा योगी के सीएम बनने को लेकर दो ग्रामीणों ने मांगी थी मन्नत
मन्नत पूरी होने पर लेटकर पहुंचे राजधानी, सीएम से मुलाकात न होने पर निराश
बांदा। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की दोबारा ताजपोशी को लेकर मन्नत मांगने वाले महुआ ब्लाक के हजारीपुर निवासी दो भक्तों की मुराद पूरी हुई तो उन्होंने मन्नत पूर्ण करने के लिए अपने गांव से करीब 250 किमी दूर प्रदेश की राजधानी की ओर लेटकर परिक्रमा शुरू कर दी। बताते हैं कि हाथ में नारियल लेकर दोनों भक्तों ने कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास तक परिक्रमा लगाई और सीएम योगी से मुलाकात करने का प्रयास किया, लेकिन योगी के गोरखपुर प्रवास के कारण वह उनसे मिल नहीं सके। ऐसे मंे दाेनों भक्त निराश होकर वापस लौट आए, लेकिन उनके घर पहुंचते ही उनके यहां सरकारी सौगातों की झड़ी लग गई और अब दोनों भक्त खासे प्रसन्न नजर आ रहे हैं।
जनपद के नरैनी तहसील अंतर्गत हजारीपुर निवासी जयपाल और मुन्नीलाल ने चुनाव के समय प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर अपने गांव से लखनऊ स्थित सीएम आवास तक लेटकर परिक्रमा करने की मन्नत मानी थी। उनकी मनोकामना पूरी हुई तो दोनों संकल्प पूर्ण करने के लिए अपने गांव से लखनऊ के लिए निकल पड़े। हालांकि उन्हें वहां पहुंच कर झटका तब लगा जब अफसरों से पता चला कि सीएम योगी गोरखपुर प्रवास पर हैं। 24 मार्च को घर से निकले दोनों योगी भक्त मन में निराशा लिए 3 अप्रैल को अपने घर लौट आए। उधर उनके वापस लौटने से पहले ही प्रदेश सरकार की ओर से भक्तों को सौगात देने के लिए मंडलायुक्त को निर्देशित कर दिया गया था और उनके घर पहुंचते ही मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह उनसे मिलने हजारीपुर पहुंच गए।
आयुक्त ने दोनों भक्तों के परिवारों को 120-120 वर्ग मीटर के आवासीय पट्टे स्वीकृत कर दिए और पंचायत को शौचालय बनाने की हिदायत दी। साथ ही राशन कार्ड चेक करा कर उनकी यूनिट बढ़ा दी गई। सरकार से उपहार पाकर दोनों भक्त प्रदेश सरकार के प्रति कृतज्ञ नजर आए और प्रसन्नता जाहिर की। लेकिन भक्तो पर अभी सरकार की मेहरबानी का सिलसिला थमा नहीं है। गुरुवार को मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने बताया है कि मुन्नीलाल पुत्र चुन्नीलाल और जयपाल पुत्र मोतीलाल निवासी ग्राम हजारीपुर विकासखंड महुआ 24 मार्च को मुख्यमंत्री से मिलने गए थे, जो तीन अप्रैल को वापस अपने गांव लौटे आए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने दोनों मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास स्वीकृत करने संबंधी निर्देश दिए हैं। इस संबंध में गुरुवार को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद ने दूरभाष पर निर्देश देते हुए उनके आवास निर्माण के लिए कहा गया है। आयुक्त ने इस संबंध में जिलाधिकारी अनुराग पटेल को पत्र भेजकर कहा है कि मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत उनके आवास स्वीकृत करते हुए उनके खाते में धनराशि भेजी जाए और उनका निर्माण कराया जाए।