कानपुर, कन्नौज समेत कई शहरों के कलाकार लेंगे संकीर्तन व भजन संध्या में शिरकत
मां वैष्णवी जागरण पार्टी कानुपर के संयोजन में आयोजित होगा भजन संध्या कार्यक्रम
बांदा। महुआ विकास खंड के पतौरा गांव में सोमवार को खांटू श्याम जी का दिव्य दरबार सजेगा और कानपुर, लखनऊ समेत कई शहरों के बड़े-बड़े कलाकार संकीर्तन व भजन संध्या कार्यक्रम में शिरकत करके बाबा श्याम को मनाने का प्रयास करेंगे। दरबार में भजनों और संकीर्तन का आनंद उठाने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालुओं के आगमन का सिलसिला शुरू हो गया है। आयोजक मंडल के अध्यक्ष ओमप्रकाश त्रिपाठी व उनकी धर्मपत्नी पतौरा ग्राम प्रधान विनीता त्रिपाठी ने यहां भव्य पंडाल सजाया है और श्रद्धालुओं के बैठने की बेहतर व्यवस्था की है।
सोमवार को पतौरा गांव में लगने वाले खांटू श्याम के भव्य और दिव्य दरबार को लेकर आयोजक मंडल ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। गांव की व्यवस्थाओं को दिव्य रूप देते हुए आयोजक मंडल ने विशाल पंडाल सजाया है और श्रद्धालुओं के बैठने का बेहतर इंतजाम किया है। आयोजक मंडल के प्रमुख वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश त्रिपाठी और ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष व भाजपा महिला मोर्चा जिला मंत्री विनीता त्रिपाठी ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। बताया कि संकीर्तन और भजन संध्या के दौरान गुरसहायगंज कन्नौज से संदीप मस्ताना, कानुपर की शैफाली द्विवेदी, इटारसी की दीपाली यादव, कानपुर के अनुज अलबेला समेत तमाम कलाकार अपने भजन प्रस्तुत करके श्रद्धालुओं को भक्ति रस में गोते लगवायेंगे। जबकि कार्यक्रम के सफल संचालन का जिम्मा कानपुर के आशीष पंडित संभालेंगे। वहीं कार्यक्रम के संयोजक मऊ, चित्रकूट के मनीष केसरवानी होंगे। कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को सफल बनाने के लिए श्रीमती रामसखी त्रिपाठी, भरतबाबू त्रिपाठी, गुलाब त्रिपाठी, पंकज त्रिपाठी, आलोक त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी, आदर्श त्रिपाठी, मृदुल त्रिपाठी आदि पूरे मनोयोग से जुटे हुए हैं। बताया कि खांटू श्याम जी को हारे का सहारा माना जाता है और वह अपने भक्तों की रक्षा और संरक्षा के लिए हर समय तत्पर हैं। खांटू श्याम जी भक्त वत्सल भगवान कहे जाते हैं, फाल्गुन मास की एकादशी को भगवान खांटू श्याम के महत्वपूर्ण पर्वों में माना जाता है।
पतौरा गांव में भगवान खांटू श्याम का दरबार फाल्गुन मास की एकादशी के दिन सजाया जा रहा है, जिसका सभी श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में जिले के आला अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आसपास के जिलों के साथ ही दूर-दूर के इलाकों से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना को देखते हुए आयोजकों की तैयारियां अंतिम दौर में है।