Banda : फर्जी कंपनी चला रहे अंतरजनपदीय गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार

Banda : पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाए जा रहे ‘जीरो टॉलरेंस टू वर्ड फ्रॉडस्टर्स’ नीति के तहत, श्रीराम निधि लिमिटेड नाम से फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से पैसे ठगने वाले अंतरजनपदीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 1,60,650 रुपए नगद बरामद किए। पकड़े गए सभी आरोपी महराजगंज जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के निवासी हैं।

शहर कोतवाली पुलिस ने फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को झूठी पॉलिसी बताकर फर्जी लोन और कंपनी से जुड़े दुर्घटना एवं हेल्थ बीमा के लिए रुपये लेकर फरार होने वाले तीन अंतरजनपदीय अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। 26 नवंबर को शहर कोतवाली क्षेत्र निवासी आरती मिश्रा और 50 अन्य महिलाओं के समूह ने बताया कि तीन लोगों द्वारा एक फर्जी समूह कंपनी ‘श्रीराम निधि फाइनेंस’ खोलकर लोगों को 70 हजार रुपये का लोन देने और प्रतिमाह 3,500 रुपये किस्त देने की बात कही गई। साथ ही बताया कि लोन लेने से पहले कंपनी से जुड़ने और दुर्घटना/हेल्थ बीमा कराने के लिए प्रति व्यक्ति 3,500 रुपये लेकर आरोपी फरार हो गए।

तहरीर के आधार पर शहर कोतवाली में सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए। मुखबिर की सूचना पर महराजगंज जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के सुनरा निवासी विष्णु प्रकाश पुत्र जयनाथ, इसी क्षेत्र के रुद्रापुर निवासी धीरेंद्र पुत्र रामनरेश और निचलौल थाना क्षेत्र के हर्दी निवासी सर्वेश पुत्र लालबाबू को बड़ा बाईपास के पास से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने आरटीओ चौराहा के पास ऑफिस खोलकर ‘श्रीराम निधि फाइनेंस समूह’ नाम की कंपनी चलायी। उन्होंने अपने फर्जी नाम और फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग कर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने तलाशी के दौरान पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 1,60,650 रुपये नकद बरामद किए।

गिरफ्तारी करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी बलराम सिंह, चौकी प्रभारी मंडी समिति आशुतोष त्रिपाठी, उप निरीक्षक गजेंद्र सिंह, कांस्टेबल प्रशांत कुमार, चंदन सिंह, अनुराग यादव और सतीश कुमार शामिल रहे।

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