एसओजी ने छापा मारकर छात्राओं को लखनऊ में बरामद किया
दोनों साथ रहने पर अड़ीं, पुलिस कर रही पूछताछ
एक छात्रा का पुलिस ने कराया मेडिकल परीक्षण
बांदा। साथ जीने-मरने की कसमें खाकर बीएससी व डीएलएड छात्राओं ने घर से भागकर दिल्ली में समलैंगिक विवाह रचा लिया। छात्राओं के परिजनों द्वारा गुमशुदगी दर्ज कराने पर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने दोनों को लखनऊ में छापा मारकर किराए के मकान से छात्राओं को बरामद किया। हालांकि पुलिस ने दोनों ने दिल्ली में आर्य समाज मंदिर से शादी करने का प्रमाण पत्र दिखाया। पुलिस उन्हें यहां लाकर पूछताछ कर रही है। दोनों साथ रहने पर अड़ी हैैं।
बिसंडा थानाक्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी 21 वर्षीय छात्रा डीएलएड की पढ़ाई कर रही है। वहीं से उसी की हमउम्र सहेली बीएससी कर रही है। दोनों करीब चार वर्ष से परिचित हैं। दोनों की दोस्ती प्रेम संबंध में बदल गई और होलिकादहन की रात 17 मार्च को अपने घरों से बिना बताए निकल गईं। उन्होंने दिल्ली जाकर आर्यसमाज मंदिर में शादी कर ली। 18 मार्च की सुबह बेटी के न मिलने पर डीएलएड छात्रा के शिक्षक माता-पिता ने थाने में बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो एसओजी को ढूंढने में लगाया गया। एसओजी ने सर्विलांस से उनके मोबाइल नंबर ट्रेस किए तो लोकेशन गोमती नगर (लखनऊ) में मिली। एसओजी व पुलिस टीम ने मंगलवार रात वहां दबिश दी। दोनों किराए के कमरे में मिलीं। एसओजी व पुलिस टीम उन्हें लेकर बुधवार को बिसंडा थाने पहुंची। दोनों समलैंगिक शादी करने की बात कहकर दोनों साथ रहने की जिद पर अड़ी हैं। बिसंडा थाना के वरिष्ठ उप निरीक्षक (एसएसआई) कन्हैयालाल ने बताया कि दोनों ने कोर्ट में शादी करने का प्रमाण पत्र नहीं दिखाया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। दोनों साथ रहने पर अड़ी हैं। डीएलएड छात्रा को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला महिला अस्पताल भेजा गया है।
लड़के की तरह रहती बीएससी छात्रा
घर से भाग कर समलैंगिक विवाह रचाने वाली दोनों छात्राओं से पुलिस ने थाने में पूछताछ की। इस दौरान पुलिस को काफी चौंकाने वाले राज खुले। पुलिस और परिजनों के मुताबिक डीएलएड छात्रा लड़कों की तरह रहती थी। अक्सर जींस, पैंट या शर्ट पहनती है। यहां तक कि उसने अपने बाल छोटे कराकर लकड़ों की तरह करा लिए। दोनों की कालेज में साथ पढ़ने के दौरान दोस्ती हुई थी। अक्सर दोनों एक-दूसरे के घर आती-जाती थीं। घर वालों को उन पर किसी तरह का शक भी नहीं था।
तीन दिन पहले दी थी लखनऊ में दबिश
मामला संज्ञान में आने के बाद एसओजी तीन दिन पहले भी गोमती नगर दबिश देने गई थी। लेकिन वहां दोनों छात्राएं नहीं मिली थीं। एसओजी ने मकान मालिक को जानकारी देने को कहा था। उसने बताया था कि वह दिल्ली जाने को कह रही थीं।