बांदा : जिलाधिकारी अपने ही चालक के बने सारथी, खुद संभाली स्टेयरिंग

सेवानिवृत्त ड्राइवर को स्वयं गाड़ी चलाकर घर तक छोड़ने गए डीएम

सम्मान पाकर भावुक हुए कई जिलाधिकारियों के सारथी रहे मुख्तार

भास्कर न्यूज

बांदा। जिले में कई वर्षों तक दर्जनों जिलाधिकारियों के सारथी रहे इम्त्याजुद्दीन खां उर्फ मुख्तार के लिए रविवार का दिन बहुत खास रहा। दिन था मुख्तार के रिटायरमेंट का और मौका था उनकी विदाई का। इस मौके को यादगार बनाते हुए जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने मुख्तार को घर तक छोड़ने के लिए अपनी सरकारी गाड़ी की स्टेयरिंग संभाली और फूल मालाओं से सजी गाड़ी में अपने बगल में बिठाकर मुख्तार को घर तक पहुंचाया। इतना सम्मान पाकर मुख्तार भी भावुक हो उठे और उन्होंने नम आंखों के बीच जिलाधिकारी समेत सभी अधिकारियों काे धन्यवाद दिया।

कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को सेवानिवृत्त होने पर ड्राइवर इमत्याजुद्दीन खां उर्फ मुख्तार को डीएम समेत सभी अफसरों ने शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर विदाई दी। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने अपने सरकारी ड्राइवर को उसके रिटायरमेंट वाले दिन एक ऐसा तोहफा दिया जिसे वो कभी नहीं भूल पाएगा। डीएम ने ड्राइवर को भावनात्मक और यादगार विदाई देकर उसके कार्य को सम्मान देने का फैसला किया। इसके लिए डीएम ने ड्राइवर को सरकारी कार सीट पर बैठा कर खुद चालक बन कर उसे उसके घर शांति नगर तक तक छोड़ा। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक एवं अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, नगर मजिस्ट्रेट, डिप्टी कलेक्टर एवं कलक्ट्रेट के समस्त अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित रहे। वहीं बांदा विकास प्राधिकरण में कार्यरत अवर अभियंता कुलदीप असरानी काे सेवानिवृत्त होने पर विदाई दी गई। इस मौके पर जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ सभी सेवा लाभ व सेवानिवृत्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर उज्जवल भविष्य की कामना की।

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