बांदा : बेटियों का आंसुओं से भीगा बयान, मम्मी को पापा ने मार डाला…

बेटे की चाह में श्वेता को प्रताड़ित करते परिवार वाले, ससुर देते थे गंदी गालियां

मृतका के भाई की तहरीर पर पति, सास, ससुर व जेठ पर हत्या का मुकदमा दर्ज

भास्कर न्यूज

बांदा। ‘हमारी मम्मी के साथ बहुत गलत किया, पापा ने मम्मी को मार डाला, बाबा बहुत गंदे थे और मम्मी को गंदी गंदी गालियां देकर बेटा न होने का ताना मारते थे’, यह कहना है कि बुधवार की दोपहर कमरे में फांसी पर लटकती मिली भाजपा नेत्री जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर की बेटियों का। बेटियों ने रोते हुए मीडिया को सारी दास्तान बताई। हालांकि घटना के वक्त किसी भी बेटी के घर पर न होने की जानकारी मिली है। वहीं मझली बेटी गौरी का कहना है कि जब वह स्कूल जा रही थी तब पापा ने कहा था कि जब घर वापस आओगी तब तुम्हारी मम्मी मरी हुई मिलेगी। जानकारी के मुताबिक श्वेता की बड़ी बेटी मित्तो लखनऊ में पढ़ती है और मझली बेटी गौरी सुबह स्कूल गई थी, जबकि सबसे छोटी पुत्री अविष्का दो दिन पहले ही अपने ननिहाल कर्वी गई हुई थी। हालांकि मां की मौत की खबर से तीनों बेटियों सहित पूरा परिवार गहरे सदमे में है। उधर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए मृतका के भाई ओंकार सिंह की तहरीर पर पति, सास, ससुर और जेठ के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।

भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री और जसुपरा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर की आत्महत्या का मामला अब उलझता जा रहा है। एक तरफ जहां पुलिस प्रथमदृष्टया मामले को आत्महत्या मान रही है, वहीं श्वेता के मायके वालों ने पति समेत सास, ससुर और जेठ के खिलाफ हत्या, दहेज उत्पीड़न और दहेज प्रतिशेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। उधर मीडिया को दिए गए बयान में श्वेता सिंह गौर की बड़ी बेटी मित्तो और मझली बेटी गौरी ने पिता पर हत्या का आरोप लगाया है। दोनों बेटियों ने रोते-बिलखते हुए कहा है कि हमारी मम्मी के साथ परिवार वालों ने बहुत गलत किया है और पापा ने मम्मी को मार डाला। बेटियों का कहना है कि उनके बाबा, दादी और बड़े पापा भी मम्मी को प्रताड़ित करते थे और पुत्र न होने के लिए अक्सर ताना मारते थे। उनका तो यहां तक कहना है कि कई बार उनके बाबा मम्मी को तलाक देने और जान से मार डालने की धमकी भी देते थे।

दोनों बेटियों ने रोते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी मम्मी को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है। बुधवार से चल रहे सियासी ड्रामे के बीच गुरुवार की सुबह जब अंतिम संस्कार की बात सामने आई तो श्वेता सिंह के भाईयों ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक शव को न उठाने का दावा किया। कहा कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वह अपनी बहन का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। काफी देर तक चले हंगामा के बाद आखिरकार अंतिम संस्कार करने पर सहमति बनी और श्वेता के भाई ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की रस्म को पूरा किया। क्षेत्राधिकारी नगर राकेश कुमार सिंह ने बताया है कि मृतका के भाई ओंकार सिंह की तहरीर पर थाना कोतवाली नगर में पति दीपक सिंह गौर, ससुर राजबहादुर सिंह, सास पुष्पा और जेठ धनंजय सिंह के खिलाफ धारा 302, 498 ए और 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से श्वेता सिंह गौर के घर से लेकर अंत्येष्टि स्थल तक भारी पुलिस बल तैनात रहा।

पति दीपक की फरारी से उठ रहे सवाल

भाजपा नेत्री की संदिग्ध मौत की घटना के बाद से पति दीपक सिंह गौर की फरारी मामले को लेकर कई सवाल खड़े करती है। दीपक भी भाजपा किसान मोर्चा से जुड़े हैं और राजनीति में खासे सक्रिय रहते हैं। घर के नौकर छेदीलाल के मुताबिक बुधवार की सुबह दीपक और श्वेता के बीच विवाद हुआ, दीपक रात से लगातार शराब पी रहा था। हालांकि उसका यह भी कहना है कि विवाद बढ़ने के बाद दीपक गाड़ी लेकर घर से निकल गया और श्वेता ने कमरे में बंद होकर फांसी लगा ली। उसका तो यहां तक कहना है कि रात में विवाद के दौरान दीपक ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका और एक रिश्तेदार ने मध्यस्तता करते हुए मामले को शांत करा दिया था, लेकिन सुबह से दोनों के बीच फिर विवाद शुरू हो गया। हालांकि सूत्र बताते हैं कि घर से निकलते समय दीपक गुस्से में खुद मरने के लिए जाने की बात कह कर चला गया था। उधर पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।  

पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मोबाइल से खुल सकते हैं राज

रिटायर्ड आईपीएस की बहू और जिला पंचायत सदस्य और भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री श्वेता सिंह गौर की मौत के मामले में पुलिस भी फूंक फूंक कर कदम रख रही है। सत्ताधारी दल की नेता से जुड़े हाईप्रोफाइल मामले पुलिस कोई चूक नहीं करना चाहती। ऐसे में पुलिस ने श्वेता सिंह का पोस्टमार्टम दो चिकित्सकों के पैनल से कराया और पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई है। पति, ससुर, सास व जेठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि सूत्रों की मानें तो मामले से जुड़े राज का पर्दाफाश करने में पोस्टमार्टम रिपाेर्ट और श्वेता के टूटे हुए मोबाइल अहम रोल अदा कर सकते हैं। बता दें कि घटना स्थल से ही पुलिस को श्वेता के दो मोबाइल टूटे हुए बरामद हुए हैं। पुलिस अब मोबाइल की कॉल डिटेल से मामले की तह तक जा सकती है और जल्द ही घटना का खुलासा हो सकता है। सूत्रों की मानें तो घटना के एक दिन पहले ही देर रात श्वेता ने अपने भाई को व्हाट्सएप पर मैसेज करके पति दीपक द्वारा टॉर्चर करने और खुद ही कुछ कर लेने की बात कही थी।  

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