वित्त एवं लेखाधिकारी की तानाशाही के चलते नहीं मिल सका पाया तीन माह से शिक्षकों का वेतन
भुगतान में सुविधा शुल्क की मांग करते हैं वित्त एवं लेखाधिकारी, शिक्षकों पर बनाते दबाव
भास्कर न्यूज
बांदा। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी पर उत्पीड़न और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। बुधवार को शिक्षकों ने एकत्र होकर विधिवत मंत्रोच्चार के बीच डीआईओएस कार्यालय परिसर में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया और वेतन भुगतान में अड़ंगा लगाने वाले लेखाधिकारी पर कार्रवाई करने व वेतन भुगतान शीघ्र कराए जाने की मांग बुलंद किया।
बुधवार को माध्यमिक संस्कृत शिक्षक कल्याण समिति के तत्वावधान में जिले के संस्कृत शिक्षकों ने डीआईओएस कार्यालय में प्रदर्शन किया और अफसरों के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। संस्कृत शिक्षकों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन यज्ञ में आहुतियां डाली और भ्रष्ट अफसरों की बुद्धि शुद्धि की कामना की। शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से माध्यमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेजकर वित्त एवं लेखाधिकारी अभिषेक यादव की करतूतों से परदा उठाया है। कहा है कि डीआईओएस कार्यालय में तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी श्री यादव बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश के जिले के सभी संस्कृत शिक्षकों का वेतन तीन माह से रोके हुए हैं। आरोप लगाया है कि वित्त एवं लेखाधिकारी संस्कृत शिक्षकों को तमाम तरह से शोषण एवं उत्पीड़न का शिकार बनाते हैं। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने वेतन का भुगतान कराए जाने के अलावा मानदेय शिक्षकों का मानदेय भुगतान करने, महाविद्यालय शिक्षकों का विगत वर्षों का वेतन भुगतान करने, सेवानिवृत्त शिक्षकों की पेंशन पत्रावली शासनादेश के आधार पर पेंशन स्वीकृत कराने, इनकम टैक्स कटौती के फार्म-16 व ट्रेजरी चालानों की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने, नव अनुदानित विद्यालय तिंदवारी, ओरन के प्रधानाचार्य का वेतन 5400 और शिक्षकों का वेतनमान 4600 कराने की मांग को प्रमुखता से उठाया गया है। इस मौके पर अध्यक्ष डा.रवींद्र नाथ शुक्ल, महामंत्री डा.सुखनंदन मिश्रा, आचार्य मुनीद्र देव शर्मा समेत जिले के सभी संस्कृत शिक्षक मौजूद रहे।
डीआईओएस व शिक्षकों के बीच हुई वार्ता
माध्यमिक संस्कृत शिक्षक कल्याण समिति के ज्ञापन में शामिल मांगों के आधार पर जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद सिंह ने समिति के प्रदेश महामंत्री डा.सुखनंदन मिश्र व ओमप्रकाश तिवारी के बीच वार्ता का हवाला देते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। बताया है कि शासन व विभाग के उच्चाधिकारियों से वेतन संबंधित स्पष्ट मार्गदर्शन प्राप्त होने तक शिक्षकों के आर्थिक हित देखते हुए नियमित भुगतान करने, प्रधानाचार्य ओमप्रकाश तिवारी पेंशन पत्रावली पर पुनर्विचार कर आपत्तियों का निस्तारण करने समेत अन्य मांगों का नियमानुसार निस्तारण कर कार्रवाई किए जाने पर सहमति बनी है। हालांकि शिक्षकों की ओर इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया है।