
बांदा। विशेष किशोर इकाई, मानव तस्करी रोधी पुलिस, चाइल्ड हेल्पलाइन यूनिसेफ, बाल कल्याण समिति के संयुक्त प्रयासों के चलते पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस व अन्य टीमों ने करीब दस वर्ष पूर्व चित्रकूट से लापता हुए एक बच्चे को उसकी मां से मिलवाकर वास्तव में ऑपरेशन मुस्कान को सार्थक किया है। दस वर्ष बाद अपने बच्चे से मिलकर मां खुशी से झूम उठी। बच्चे की मां ने पुलिस और अन्य टीमों को हृदय से धन्यवाद दिया है।
बता दें कि करीब 10 वर्ष पहले मरका थाने के मऊ गांव निवासी छह वर्षीय किशन अपनी मां संगीता के साथ सोमवती अमावस्या पर चित्रकूट स्थित कामदगिरि की परिक्रमा में गया। भारी भीड़ के बीच वह परिक्रमा मार्ग पर ही अपनी मां से बिछड़ गया। मां संगीता ने अपने पुत्र की तलाश के अथक प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। उधर पुलिस के मुताबिक करीब छह माह पहले किशन को मटौंध से महोबा जाने वाले रेलवे ट्रैक पर पैदल जाते देखा गया, ट्रैकमैन ने डायल-112 काे जानकारी दी और पीआरबी ने बच्चे को पकड़कर पूछतांछ की। पूछतांछ में बच्चे ने बताया कि वह एक परिवार में बंधक रहकर जानवराें आदि का काम करता था, जहां से मौका देखकर भाग निकला है।
पीआरबी ने बच्चे को महोबा पुलिस चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर भेजकर काउंसलिंग कराई। बच्चे ने अपने घर का पता बांदा के मर्का थाने का मऊ गांव बताया। महोबा पुलिस ने बच्चे को बाल कल्याण समिति बांदा भेज दिया। अब बाल कल्याण समिति व पुलिस ने बच्चे के परिजनों की तलाश शुरू की। लेकिन बच्चे की मां की कहीं कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस की विशेष टीमें गठित करके बच्चे की मां को खोजने के लिए जिले के सभी थानों समेत चित्रकूट के थानों व कामदगिरि परिक्रमा मार्ग पर पंपलेट आदि लगाकर खोज तेज की गई। आसपास के लोगों से पूछतांछ और पुलिसिया प्रयासों के तहत बच्चे की मां संगीता को गुजरात में पाया गया। करीब छह माह के कठिन प्रयासों के बाद मिली किशन की मां को गुजरात से यहां बुलाया गया और बच्चे की पहचान कराई गई।
बच्चे को देखकर मां संगीता खुशी से झूम उठी और नम आंखों के बीच दोनों ने एक दूसरे को गले लगा लिया। पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल व अपर एसपी शिवराज ने किशन को उसकी मां संगीता के सुपुर्द किया। उधर बच्चे के बयानों के अनुसार नाबालिग को बंधक बनाकर बंधुवा मजदूरी कराने वाले चार अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है। बच्चे की मां संगीता ने पुलिस और संयुक्त टीम को हृदय से धन्यवाद दिया।










