योजनाएं आमजन तक पहुंचाए व व्यवस्थाओं में करें सुधार
प्रभारी मंत्री ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
भास्कर न्यूज
बांदा। प्रदेश को भय मुक्त बनाने के लिए माफियाओं पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। कोई भी भू-माफिया सरकारी जमीनों पर कब्जा नहीं करने पाएगा। क्योकि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा इस दिशा में व्यापक स्तर पर कड़े कदम उठाए गए हैं। साथ ही शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने का प्रयास जारी हैं।
कानून और व्यवस्था तथा विकास कार्यों की कलेक्ट्रेट सभागार में रविवार को आयोजित समीक्षा बैठक दौरान प्रदेश सरकार के मत्स्य विकास व मंडल के प्रभारी मंत्री डा.संजय निषाद ने कहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों का भ्रमण कर विकास कार्यक्रमों एवं कानून और व्यवस्था की स्थिति को परखा जा रहा हैं और यह प्रयास किए जा रहे हैं कि अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति का उदय करना और शासन की योजनाओं से लाभांवित करना एवं जनता को न्याय उपलब्ध कराना शासन की मंशा हैं। उन्होंने कहा कि जनपदवार आख्या मुख्यमंत्री को वह प्रेषित करेंगे। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान खटान एवं अमलीकौर ग्राम समूह पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिए कि किसी एक ग्रामसभा का कार्य पूर्ण कर चेक कर लिया जाए, ताकि जो कमियां हो उन्हें दूसरे ग्राम सभा में न होने पाए और समय रहते ठीक कर लिया जाए। उन्होंने निराश्रित गौवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा की और भूसा भंडारण केंद्रों के निरीक्षण के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने गुजरात के राज्यपाल की वीडियो क्लिपिंग देखने के लिए निर्देशित किया। जिसमें प्राकृतिक खेती की पद्धति अपनाने और फसलों की उत्पादकता में वृद्धि तथा भूमि का उपजाऊ होना आदि कार्यक्रम की सीख से कृषक लाभांवित हो सकेंगे। उन्होंने गेहूं खरीद कार्यक्रम की समीक्षा की। बैठक में सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने पीडब्ल्यूडी अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिए कि मुख्यालय को फोरलेन सड़क से जोड़े जाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजें। ऊर्जा एवं वैकल्पिक राज्यमंत्री सोमेंद्र सिंह तोमर ने रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज की विद्युत लगातार बाधित होने पर संबंधित विद्युत अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। स्पष्टीकरण मांगा तथा लापरवाह अधिशाषी अभियंताओं पर कार्रवाई के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए सीएमओ डा.एके श्रीवास्तव को जनपद के सभी अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा प्रभारी मंत्री श्री निषाद को अवगत कराया गया कि कालिंजर किले में दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश यदि नि:शुल्क हो सके तो उस पर विचार मंथन किया जाए। इस पर मंत्री ने प्रस्ताव मांगा और मुख्यमंत्री से बात करने का हवाला दिया। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जन शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के साथ किया जाए, क्योकि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। बैठक में जिलाधिकारी अनुराग पटेल, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन, अपर जिलाधिकारी उमाकांत त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मीनिवास मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य तथा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
मंत्रियों ने सराही डीएम की नवेली बुंदेली योजना
प्रभारी मंत्री डा.संजय निषाद, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर एवं ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र सिंह तोमर ने जिलाधिकारी द्वारा जनपद में शुरू की गई नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम की सराहना की। मंत्रियों ने जिलाधिकारी अनुराग पटेल के साथ उनकी टीम को इसके लिए बधाई और शुभकामनाएं भी दी। नवेली बुंदेली कार्यक्रम की वीडियो क्लिपिंग भी देखी और आशा जताई कि इससे लोगों का निश्चित की कन्याओं के पैदा होने पर लोग खुशी का अहसास करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री के कल कमलों द्वारा पालनों का वितरण कराया जाएगा।
माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटे
जिले के प्रभारी मंत्री डा.संजय निषाद ने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि जन शिकायतों के विषय में बहुत सारे प्रार्थना पत्र लोगों द्वारा दिए गए हैं। जिनका निस्तारण गुणवत्तापरक ढंग से सुनिश्चित कराए। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के विशेष निर्देश है कि अपराधों पर कड़ी नजर रखी जाए। अपराधी बख्शे न जाए तथा दंगा एवं माहौल खराब करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें भेज भेजे और सख्ती के साथ ऐसे लोगों से निपटे। शांति व्यवस्था कायम रखने के हर संभव प्रयास किए जाए।
महिला मरीज के फर्श पर लेटा मिलने से मंत्री का चढ़ा पारा
बांदा। सूबे के मत्स्य विकास मंत्री रविवार की दोपहर करीब 11.15 बजे जिला अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे। वह जिला अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण करने जा रहे थे कि दवा वितरण कक्ष के पास बबेरू क्षेत्र के काजीटोला गांव निवासी क्षय रोग पीड़ित महिला मरीज शांति पत्नी लक्ष्मी को जमीन पर पर कराहते देखा। इस पर उनका पारा चढ़ गया। मंत्री के रुख को भांप कर जिला अस्पताल के डाक्टर और स्टाफ पसीने आ गए। मंत्री ने महिला मरीज से पूछताछ की। महिला के पति ने बताया कि वह अपनी पत्नी को सुबह लेकर जिला अस्पताल इलाज कराने आया था। लेकिन चिकित्सकों ने इलाज करने से मना कर दिया। इस पर मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई और मरीज को तत्काल इमरजेंसी में शिफ्ट करवाया। अस्पताल के महिला, इमरजेंसी और पुरुष वार्डों का उन्होंने निरीक्षण किया। वार्डों में भर्ती मरीजों से इलाज के बाबत जानकारी ली। आपरेशन थियेटर का निरीक्षण करते हुए सफाई आदि देखी। वार्डों के निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्थाएं चकाचक मिलने पर वह संतुष्ट नजर आए। इसके बाद मत्स्य विकास मंत्री ने ट्रामा सेंटर का निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। ट्रामा सेंटर की माइनर ओटी में गंदगी मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने मुख्य चिकित्साधीक्षक डा.एसएन मिश्रा को व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। ट्रामा सेंटर के वार्डों में भर्ती मरीजों से भी दवा और इलाज के बारे में पूछताछ की। कुछ एक मरीजों के साथ तीमारदार न होने पर मंत्री ने कहा कि चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी ऐसे मरीजों के साथ अभिभावकों की भूमिका निभाएं।