Banda : करवा चौथ कल- सजने संवरने को बाजारों में उमड़ी महिलाओं की भीड़

  • शहर में सर्राफा और साड़ी दुकानों में जुटी महिलाओं की खासी भीड़
  • मनपंसद चूड़ी-कंगन के साथ सौंदर्य प्रसाधन की जमकर खरीददारी

Banda : पति की लंबी उम्र की कामना के साथ प्यार और दीदार के पर्व करवा चाैथ का सुहागिनों को बेसब्री से इंतजार है। चांद से सजना के दीदार को सुहागिनें उत्साहित हैं। करवा चाैथ को लेकर तैयारियां जोरों पर है। करवाचाैथ पर सुहागिनों के स्वागत के लिए बाजार भी किसी दुल्हन की तरह ही सजा दिखाई पड़ा। कहीं रंगबिरंगी कांच की चूड़ियां, तो कहीं महिलाओं के रंगे बिरंगे परिधानों से बाजार सजे हुए हैं। सरार्फा बाजार में सोने और चांदी के गहनों की खरीददारी के लिये जबरदस्त भीड़ रही।

शुक्रवार को सुहागिन महिलाएं पति-पत्नी के स्नेह का प्रतीक करवा चाैथ का व्रत रखेंगी। करवाचाैथ की तैयारियों को लेकर बाजार में खरीददारी के लिए भारी भीड़ उमड़ी। कोई गहना खरीदता नजर आया तो कोई साड़ियां और अन्य सौंदर्य का सामान। सजना के लिए सजने संवरने के लिए सुहागिनों ने बाजार में खरीददारी के दौरान अपने सजना की पसंद का विशेष ख्याल रखा। किसी सुहागिन महिला के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्व करवा चाैथ का माना जाता है। पर्व की तैयारियों और खरीददारी काे लेकर सोमवार को पूरे शवाब पर रहा। शहर की सड़कों और बाजारों में 80 फीसदी सिर्फ महिलाएं ही नजर आईं। दुनिया में केवल पत्नी ही है, जो पति की लंबी उम्र की कामना करती है। महिलाएं दो दिन पहले से ही सुहाग के सामान की खरीददारी के लिये निकल पड़ीं। ज्वैलर्स और साड़ी की दुकानों में जमकर भीड़ रही। हालांकि महिलाओं के लिए इस बार सोने-चांदी की बढ़ी कीमतें मुश्किल खड़ी कर रही हैं। वहीं करवा चौथ के त्योहार को लेकर बाजार में जगह-जगह करवा बिक्री के लिए दुकानदारों ने सजा रखे थे। तमाम लोगों ने मिट्टी का करवा खरीदा। इनके दाम भी आसमान छूते रहे। 50 से 100 रुपए तक का एक करवा की बिक्री हुई। उधर करवा चाैथ को लेकर बर्तन बाजार में भी खासी चहल पहल नजर आई। महिलाएं धातु के बने करवा भी पूजा में प्रयोग करती हैं।

करीब 14 घंटे का होगा करवा चौथ का व्रत

करवा चौथ का पर्व इस बार कई सुंदर शुभ संयोग लेकर आ रहा है। इस बार करवा चौथ का व्रत सुबह 6.19 बजे से 8.13 बजे तक करीब 14 घंटे का बताया गया है। वहीं इस करवा चौथ पर सिद्धि शिवावास योग बन रहा है, जो कि व्रत के फल को कई गुना तक बढ़ाने वाला बताया जाता है। ज्योतिष के विद्वान आनंद शास्त्री बताते हैं कि चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर की रात 10 बजकर 54 मिनट से लेकर 10 अक्टूबर की शाम 7 बजकर 38 मिनट तक रहेगी। उन्होंने करवा चौथ की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 32 मिनट से बताया है। जबकि करवा चौथ पर चांद के दीदार का समय करीब सवा आठ बजे तक निर्धारित है। बताते हैं कि सरगी का शुभ मुहूर्त 10 अक्टूबर की सुबह 4 बजकर 35 मिनट से है, वहीं करवा चौथ की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शुक्रवार की शाम 5 बजकर 57 मिनट से 7 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।

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