
Banda : ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व वाले अजेय दुर्ग कालिंजर को अब मेगा डेस्टिनेशन प्लेस के रूप में विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। गुरुवार को जिलाधिकारी जे.रीभा ने दुर्ग समेत आसपास की जमीनों का स्थलीय निरीक्षण किया और मातहतों को आवश्यक कार्रवाई करने की हिदायत दी। कहा कि आपसी सहमति से पर्यटन विकास की योजनाओं के लिए आवश्यक भूमि क्रय की जाए।
गुरुवार को डीएम श्रीमती रीभा ने कालिंजर किले के समीप रोडवेज बस स्टैण्ड की स्थापना के लिए चिन्हित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने रोडवेज के एआरएम को आपसी समझौते से अवशेष भूमि की रजिस्ट्री कराने और कार्यदायी संस्था को शीघ्र काम शुरू करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्हाेंने कालिंजर किले को मेगा डेस्टिनेशन प्लेस के रूप में विकसित किए जाने के लिए किले के आसपास उपलब्ध भूमि का भी स्थलीय निरीक्षण किया और एसडीएम नरैनी व पर्यटन विभाग को अापसी सामंजस्य बनाकर भूमि क्रय करने की कार्रवाई तेज करने की हिदायत दी। डीएम श्रीमती रीभा ने कहा कि अजेय कालिंजर दुर्ग न केवल बुंदेलखंड की ऐतिहासिक व पौराणिक धरोहर है बल्कि यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में प्रमुख स्थान हासिल करने की पूरी क्षमता रखता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूमि क्रय के साथ-साथ सुविधाओं के विकास की विस्तृत कार्ययोजना भी तैयार की जाए। पर्यटन विभाग के अनुसार मेगा डेस्टिनेशन प्रोजेक्ट पूरा होने पर कालिंजर में पर्यटकों के लिए पार्किंग, व्यू प्वाइंट, पर्यटक सूचना केंद्र, लाइटिंग एवं अन्य आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। प्रशासन की इस पहल से कालिंजर में पर्यटन को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद जागने लगी है।










