
- चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण कर मुफ्त वितरित कीं दवाएं
- 304 संभावित टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कर 40 सैंपल लिए
Banda : राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के निर्देश पर मुख्यालय स्थित रोडवेज बस स्टैंड डिपो परिसर में आयोजित शिविर में मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने रोडवेज बस चालकों व परिचालकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। टीबी की स्क्रीनिंग, एसटीआई, सिफलिस, हेपेटाइटिस आदि की मुफ्त जांच करते हुए उपचार की सलाह दी। 304 संभावित टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग करते हुए 40 सैंपल लिए गए।
रात दिन नौकरी करने वाले रोडवेज बस चालक और परिचालक जब तक स्वस्थ नहीं रहेंगे तब तक बस में सफर करने वाले यात्री अपने सुरक्षित महसूस नहीं कर सकते है। उनके स्वस्थ रहने से परिवहन विभाग को भी लाभ होगा। इसी क्रम मंल रोडवेज बस स्टैंड के डिपो परिसर में सोमवार को स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित हुआ। शिविर का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.विजेंद्र सिंह व क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया। शिविर में डिपो स्टाफ की नेत्र जांच, सामान्य रक्त परीक्षण, ब्लड ग्रुप, ब्लड शुगर जांच, एचआईवी परामर्श समत अन्य जांच की गईं। टीबी की स्क्रीनिंग, एसटीआई, सिफलिस, हेपेटाइटिस की जाच और परामर्श सेवाएं निःशुल्क प्रदान की गई।
मेडिकल कालेज व जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल कर्मियों ने रोडवेज डिपो स्टाफ की जांच करते हुए मुफ्त दवाएं वितरित की। शिविर में 304 एचआईवी, एसटीआई, सिफलिस, हेपेटाइटिस बी एवं सी, सामान्य नेत्र परीक्षण और रक्तन की जांच की गई। कुल 304 संभावित टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग करते हुए 40 कर्मियों के सैंपल लिए गए। संचालन जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी व परिवहन निगम सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक मुकेश बाबू गुप्ता व जिला एड्स कार्यक्रम प्रबंधक ने संयुक्त रूप से किया। शिविर में जादू के माध्यम से एचआईवी व एड्स समेत अन्य बीमारियों से बचाव, रोकथाम एवं सावधानियों के बारे में भी बताया गया। इस मौके पर क्लीनिकल सर्विस आफिसर मुन्नालाल प्रजापति, डा.मोहसिन, डा.सचिन शर्मा, टीआई मैनेजर संजय, वाईआरजी टैक्निकल एक्सपर्ट अभिजीत सिंह, नेत्र परीक्षण अधिकारी जियाउद्दीन, लेखाकार आमिर हाशमी, एम एंड ई असिस्टेंट वसी मोहम्मद, कार्यालय सहायक उमा शुक्ला सहित आईसीटीसी एवं एसटीआई काउंसलर उपस्थित रहे। सोमवार को आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 125 मरीजों का नि:शुल्क उपचार हुआ।











