Banda : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में मेधावियों को किया सम्मानित

  • बुंदेली कृषि अर्थव्यवस्था बदलने में मददगार साबित होगी पीएम धन धान्य योजना
  • कृषि छात्र-छात्राओं से प्रयोगशाला के ज्ञान को खेतों तक पहुंचाने का आह्वान
  • कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ 11वां दीक्षांत समारोह
  • बुंदेली किसानों को राज्यपाल ने दी प्राकृतिक खेती करने की सलाह
  • दीक्षांत समारोह में मेधावियों को वितरित किए मेडल व उपाधियां

Banda : कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विभिन्न संकायों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले मेधावियों को स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक व उपाधियां सौंपी। उन्होंने विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं से प्रयोगशाला के ज्ञान को खेतों तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया। कहा कि पीएम धन धान्य योजना बुंदेलखंड में कृषि अर्थव्यवस्था को बदलने में मददगार साबित होगी। बुंदेली किसानों से प्राकृतिक खेती से अपनी आय बढ़ाने की नसीहत दी। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।

कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने मेडल प्राप्त करने वाले मेधावियों के माता-पिता को बधाई देते हुए छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। साथ ही विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय प्रगति पर खुशी जताई। उन्होंने पीएम धन धान्य योजना का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बुंदेलखंड में कृषि अर्थव्यवस्था को बदलने में मददगार साबित होगी। कृषि छात्र-छात्राओं से प्रयोगशाला के ज्ञान को खेतों तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निर्वाहन का आह्वान किया। कहा कि कृषि शिक्षा में छात्राओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास होने चाहिए। देश के हरेक गांव में आज भी कृषि का अधिकतर कार्य महिलाएं ही करती आई हैं। कृषि शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करेगी।

भारतीय सभ्यता की जड़ें कृषि से जुडी हैं। उन्होंने कृषि शोध पर जोर देते हुए कहा कि यदि प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय व कृषि अनुसंधान संस्थानों के साथ मिलकर कार्य करते हैं तो बुंदेलखंड की खेती में एक नई क्रांति का संचार होगा। विश्वविद्यालय में स्थापित पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान संस्थान के के बारे में उन्होंने कहा कि पशुधन कृषि की आत्मा है। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वह अपने पारिवारिक खेतों पर जैविक खेती करें और अपने गांवों में जैविक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करें।

कार्यक्रम में कुलपति डा.एसवीएस राजू, कुलसचिव डा.एसके सिंह, पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय, गौ सेवा आयोग अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता, आयुक्त अजीत कुमार, डीआईजी राजेश एस, डीएम जे.रीभा, एसपी पलाश बंसल, नरैनी विधायक ओममणि वर्मा सहित एडीएम कुमार धर्मेंद्र, प्रबंध परिषद व विद्वत परिषद सदस्य, आंगनबाडी कार्यकर्ता और विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं, उपस्थित रहे।

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