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अतर्रा। चौरासी कोसी परिक्रमा पर निकला साधु संतों का जत्था सोमवार को कस्बा स्थित गौराबाबा धाम पहुंची, जहां कस्बे के लोगों ने साधु संतों का स्वागत किया और उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। साथ ही साधु संतों के जलपान और भंडारा का आयोजन किया गया।
कस्बे में पहुंची चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा में शामिल 90 वर्षीय संत अखिलेश्वर महराज ने बताया कि यह यात्रा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी निकाली जा रही है। यात्रा में शामिल संत करीब साढ़े चार सौ किमी यात्रा पूरी करके चित्रकूट के स्वामी मत्स्येंद्रनाथ महराज का पूजन करके समाप्त की जाएगी। यात्रा की शुरूआत फाल्गुन मास की अमावस्या को भगवान कामदगिरि की परिक्रमा के साथ की जाती है। बताया कि एक माह की पूरी यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में धार्मिक स्थल आते हैं। धार्मिक स्थलों पर पूजन हवन करने से जीव मात्र को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यात्रा के स्वागत में गौराबाबा धाम के पुजारी महंत पुरुषोत्तम दास महराज समेत समाजसेवी शिव गोपाल गुप्ता, राकेश गौतम मेजर, शैलेन्द्र सिंह, हरिश्चंद्र गुप्ता, सत्यनारायण चौरिहा, विश्वबंधु मिश्रा आदि कस्बे के प्रमुख लोग जुटे रहे।
गंदगी व बदबू से परेशान हुए साधु-संत
84 कोसी परिक्रमा के दौरान संतों का जत्था जब कस्बे के प्रसिद्ध तीर्थ गौरा बाबा धाम पहुंचा तो मंदिर परिसर के चारो तरफ गंदगी का अंबार देखने को मिला। और तो और संत समाज जब मंदिर प्रांगण में पूजा पाठ के बाद प्रसाद ग्रहण के लिए बैठे तो गंदगी के ढ़ेर से उठ रही बदबू ने संतों का हाल बेहाल कर दिया। राजस्थान के संत महामंडलेश्वर प्रेमदास महाराज ने परिसर में फैली गंदगी व बदबू देखकर भड़क उठे और प्रसाद ग्रहण कर रहे संतों ने आधा प्रसाद ग्रहण करके ही उठ खड़े हुए। संत गोविंद दास महाराज ने पालिका प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए नगर की गंदगी पर पालिका को जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस नेता सूरज बाजपेई ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका राम सिंह से तत्काल मंदिर में व्याप्त गंदगी व मंदिर के बगल में बने हुए तालाब की गंदगी को हटाने की मांग की है।