दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। पूरे दिन धरना देने के बाद आंदोलित विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मचारियों ने मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारी अपनी 15 सूत्रीय मांगों को पूरा कराने को लेकर अड़े हुए हैं। कहा है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता तो वे आगे आंदोलन को और धार देंगे। इसके बाद कर्मचारियों ने अपर मुख्य सचिव (ऊर्जा) को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा और अपनी मांगें बुलंद की।
15 सूत्रीय मांगों को पूरा करवाने लिये अड़े हैं बिजली अधिकारी व कर्मचारी
मंगलवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के ज्ञापन में मांग की गई है कि प्रदेश के ऊर्जा निगमों में शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन की स्वेच्छाचारिता विभाग के सेवा नियमों और श्रम अधिनियम के कानूनों से इतर कार्मिकों से काम लिये जाने और अव्यवहारिक लक्ष्यों के आधार पर समीक्षा कर बड़े पैमाने पर मनमाने तरीके से उत्पीड़न कर ऊर्जा निगमों में शिखर प्रबंधन तानाशाही रवैया अपना कर औद्योगिक शांति को भंग करने के अलोकतांत्रिक प्रयास पर तत्काल रोक लगाई जाये। ऊर्जा निगमों के विभिन्न डिस्कॉमों के रेटिंग में आई भारी गिरावट के खिलाफ ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये।
पूरे दिन धरना देने के बाद आगे भी धारदार आंदोलन चलाने का अल्टीमेटम
उनकी मांग है कि सभी बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं को पहले की तरह ही 19 वर्ष की सेवा के बाद प्रोन्नत पद के समयबद्ध वेतनमान प्रदान किये जायें। बिजली कर्मचारियों को कैशलेस इलाज की सुविधा मुहैया करवाई जाये। हाल ही जारी किये गये ट्रांसफार्मर वर्कशॉप के निजीकरण के आदेश वापस लिये जायें। विद्युत उपकेंद्रों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से परिचालन एवं अनुरक्षण कराने के आदेश निरस्त किये जायें।
वर्ष 2000 के बाद ऊर्जा निगमों की सूबे में सभी कर्मियों के लिये पुरानी पेंशन बहाल की जाये। इस अवसर पर संगठन के संयोजक इं.वैभव शुक्ला, सह संयोजक कांता प्रसाद, आशुतोष दीक्षित वीर, मोहनलाल, आनंद पाल, लखन पटेल, आशीष सिंह, रवि गौतम, उदय प्रताप, प्रकाशदेव, राम सिंह, मो.सिद्दीक, अलताफ, राजेश श्रीवास, राहुल सिंह, अनुदेश कटियार, अमरेश कुमार, विनय प्रजापति, अरुण प्रजापति, यदुवंश बहादुर आदि मौजूद रहे।
संविदा कर्मचारियों का आंदोलन ने 2 तक स्थगित
वेतन और ईपीएफ की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन संविदा कर्मचारी संघ लगातार सातवें दिन मंगलवार को विभागीय अधिकारियों के खिलाफ अशोक लॉट में धरना-प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक्शन लेते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को संगठन व अधिकारियों के बीच वार्ता कर दोनों के मध्य सुलह करवाने के लिये नामित किया।
इस पर संविदा कर्मियों ने धरना फिलहाल आगामी 2 दिसंबर तक को स्थगित कर दिया गया। इस मौके पर संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक माधुरे समेत डिस्कॉम अध्यक्ष सिद्धार्थ गुप्ता, जिलाध्यक्ष नीरज खरे, महामंत्री अशोक कुमार, मंडल प्रभारी शिवविजय सिंह यादव, नरेंद्र शुक्ला, शिवाकांत त्रिपाठी, प्रदीप पटेल, सूरज प्रसाद, मो.आसिफ अली आदि मौजूद रहे।