गंगा सेना गठन के डीएम ने दिए सख्त निर्देश
गैरहाजिर पॉलीटेक्निक प्राचार्य का वेतन रोका
बांदा। जिलाधिकारी ने गंगा समिति, पर्यावरण समिति व वृक्षारोपण समिति की बैठक में समीक्षा करते हुए जनपद की ग्राम सभाओं में ग्राम पंचायत व ग्राम प्रधान के सहयोग से गंगा सेना गठन करके गंदे नाले औद्योगिक कचरा एवं मेडिकल अपशिष्ट आदि को जलाशयों अथवा नदियों में प्रवाहित होने से रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान अनुपस्थित पॉलिटेक्निक प्राचार्य का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कलेक्ट्ररेट सभागार में जिला गंगा समिति, पर्यावरण समिति व वृक्षारोपण समिति की बैठक में अधिशाषी अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी को यह निर्देश दिए। इस दौरान नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी द्वारा बताया गया कि शहर के दो नालों करिया नाला व निम्नी नाला का चिन्हांकन किया गया है। जिसमें इनकी लंबाई, चैड़ाई संबंधी प्राकलन भी प्रेषित किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में गंगा की सहायक नदियों में मृत जीवों के शवों को भी नदियों अथवा जलाशयों में न डाला जाए। गंगा समिति के मुख्य विकास अधिकारी अथवा नोडल अधिकारी द्वारा किसी पटल सहायक को नियुक्त करते हुए जिला गंगा समिति द्वारा एनएमसीजी पोर्टल के बारे में प्रशिक्षित करते हुए प्रत्येक माह समिति की बैठक आयोजित की जाए और कार्यवृत्त प्रत्येक माह एनएमसीजी पोर्टल में अपलोड अवश्य किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में जनपद में अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए लक्ष्यों का निर्धारण किया गया और कहा कि आगामी 10 मई तक पौधरोपण के लिए स्थल का चिन्हांकन कर गड्ढे खुदान का कार्य 31 मई तक पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पौधरोपण आगामी 1 से 7 जुलाई के मध्य शत प्रतिशत वन महोत्सव के रूप में किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बैठक में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद, अशोक, पीपल, पाकड़, गूलर, सीता-अशोक, नीम, आम, हरण, बहेडा, बेल, महुआ, सहजन, जामुन, चिरौंजी, शीशम, अर्जुन एवं कुसुम आदि वृक्षों को रोपित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अमृत महोत्सव उद्यान लगाए जाने पर भी जोर दिया। कहा कि इनकी स्थापना महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों, सामुदायिक भूमि, राजकीय भूमि, सरकारी व अर्ध सरकारी भवनों के परिसर में कराने के निर्देश दिए। बैठक में अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक रेशम एवं पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य का वेतन रोकने के निर्देश दिए और स्पष्टीकरण भी मांगा गया। बैठक में अपर जिलाधिकारी उमाकांत त्रिपाठी, सीडीओ वेद प्रकाश मौर्य, नगर मजिस्ट्रेट केशवनाथ गुप्त, जिला विकास अधिकारी रवि किशोर त्रिवेदी, डीसी मनरेगा राघवेंद्र तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी संजय अग्रवाल समेत अनेक जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।