डीएम की पाठशाला में हिंदी, अंग्रेजी व गणित में बच्चे हुए फेल
उच्च प्राथमिक विद्यालय पिपरगवां में शिक्षा स्थिति मिली खराब
बांदा। तिंदवारी ब्लाक अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय पिपरगवां भाग-2 व उच्च प्राथमिक विद्यालय का डीएम ने औचक निरीक्षण करते हुए गुणवत्ता परक शिक्षा की स्थिति जानी। डीएम की पाठशाला बच्चे राष्ट्रगान नहीं कर सके। हिंदी, अंग्रेजी व गणित के सवालों में बच्चे फेल रहे। नाराज डीएम ने उच्च प्राथमिक विद्यालय हिंदी शिक्षिका को निलंबित व तीन को कड़ी चेतावनी जारी करने के निर्देश बीएसए को दिए।
जिलाधिकारी अनुराग पटेल अपने निरीक्षण कार्यक्रम के तहत सबसे पहले तिंदवारी ब्लाक के ग्राम पिपरगवां स्थित प्राथमिक विद्यालय भाग-2 का निरीक्षण किया। जहां प्रधानाध्यापिका विनीता सिंह व शिक्षामित्र प्रेम सिंह वर्मा उपस्थित मिले। उन्होंने छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया। जिसमें कक्षा-1 में 6 बच्चों का नया पंजीकरण पाया था जिसमें 5 बच्चे मिले। कक्षा- 2 में दर्ज 21 बच्चों में 7, कक्षा-3 में दर्ज 20 बच्चों में 11, कक्षा-4 में दर्ज 24 बच्चों में से 13 बच्चे एवं कक्षा-5 में दर्ज 21 बच्चों में से 15 बच्चे उपस्थित मिले। जिलाधिकारी ने एमडीएम रजिस्टर का अवलोकन किया। जिसमें 51 बच्चों का एमडीएम बनाया जा रहा था। उन्होंने स्वयं बच्चों के साथ बैठकर सब्जी, चावल खाया। जिसकी गुणवत्ता ठीक पाई गई। इसके बाद उन्होंने उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। कक्षा-8 में दर्ज 36 बच्चों में से 16 बच्चे उपस्थित मिले। इस दौरान उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक पढ़ाया। उनसे मिड-डे-मिल, किताबे, जूते, मोजे, डे्रस आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से 17 का पहाड़ा सुना। जिसमें 2 बच्चे ही सुना पाए। हिंदी की पहले अध्याय की कविता सुना और लिखवाया, लेकिन बच्चे शुद्ध हिंदी नहीं लिख पाए। इतना ही नहीं बच्चे से उन्होंने देश का राष्ट्रगान का नाम पूछा एवं सुना। बच्चे राष्ट्रगान तक ठीक प्रकार से नहीं सुना पाए। बच्चों को हिंदी विषय पढ़ाने के बारे में इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने बताया कि आशा सिंह सहायक शिक्षिका द्वारा पढ़ाया जाता है जो अवकाश पर हैं। हिंदी का पठन पाठन अत्यंत खराब पाए जाने पर उन्होंने हिंदी की शिक्षिका आशा सिंह को निलंबित करने के बीएसए को आदेश दिए। इसी तरह से उन्होंने अंग्रेजी की भी बच्चों से जानकारी ली। कविता भी सुनी, लेकिन बच्चे कविता नहीं सुना सके और ठीक से वर्णमाला भी नहीं लिख पाए। इसी प्रकार से उन्होंने गुणा-भाग के बारे में भी बच्चों से पूछा, लेकिन बच्चे सवाल हल नहीं कर पाए।
यहां भी पठन पाठन की गुणवत्ता खराब पाए जाने पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक यासीन, सहायक अध्यापक प्रीति गुप्ता एवं कविता देवी को चेतावनी निर्गत करने के बीएसए को निर्देश दिए। एक माह के भीतर पठन पाठन की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।