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बांदा। संविधान दिवस के मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में जिलाध्यक्ष ने कांग्रेसजनों को मूल कर्तव्यों, संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रीय प्रतीकों आदि का आदर करने की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि संविधान पर भरोसा ही भारतीय राष्ट्रीयता का पहला मूल मंत्र है। सभी को स्वीकार करने की जरूरत है।
जिला कार्यालय में कांग्रेसियों ने मनाया संविधान दिवस
स्टेशन रोड अवस्थी भवन स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में शनिवार को संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रद्युम्नु कुमार दुबे ‘लालू’ ने कांग्रेसजनों को संविधान दिवस के अवसर पर मूल कर्तत्यों का पालन करने, संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज व राष्ट्रीय प्रतीकों का आदर करने आदि की शपथ दिलाई। संविधान की प्रस्तावना को उपस्थित सभी कांग्रेसियों ने सामूहिक रूप से संविधान रक्षा की शपथ ली। जिलाध्यक्ष ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। हमारा संविधान भारत की विविधताओं को एक सूत्र में पिरोता है। संविधान में भारत को आध्यात्मिक सांस्कृतिक-सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से समावेशी बनाने का सुन्दर कल्पना की गई है।
संविधान दिवस पर हम अपने राष्ट्र के विकास और राष्ट्र के कल्याण के प्रति आत्मा चिंतन करें। प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि आज देश के संविधान को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके विरुद्ध जमकर आवाज उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संविधान पर भरोसा ही भारतीय राष्ट्रीयता का पहला मूल मंत्र है। इस सब को स्वीकार करने की जरूरत है। हरेक कांग्रेस कार्यकर्ता का सबसे पहला दायित्व है कि वह देश के संविधान की मर्यादा की रक्षा के लिए अग्रसर रहें। संविधान रक्षा के लिए कांग्रेस के महापुरुषों ने बलिदान दिया है।
प्रदेश महासचिव अखिलेश शुक्ला ने सामाजिक समरसता, एकता, सद्भाव को कायम रखने का आह्वान किया। पूर्व विधायक शिरोमणि भाई ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बचाना कांग्रेसियों दायित्व है। इस मौके पर महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीमा खान, बी.लाल, बीएल वर्मा, जीतेंद्र गौरव, पवन देवी, ओमप्रकाश सिंह, जगदीश तिवारी, संतोष द्विवेदी, मुमताज अली, भगवानदीन गर्ग, अफसाना बेगम, कैलाश बाजपेई, मोहम्मद इदरीश, राजबहादुर गुप्ता, सहना अंसारी, अंजुम, संजय गुप्ता, अजय शुक्ला, द्वारिकेश मंडेला, डा.केपी सेन, अशोक चैहान, कालीचरण, दिनेश द्विवेदी, जुगनू, बाबू निषाद, मजीद, धर्मेश सिंह, राजेश पप्पू, जिलानी दुर्रानी, यार मोहम्मद, अबू हरैरा, शोएब, प्रेमचंद्र, अशोक वर्धन कर्ण, धीरेंद्र पटेल, सुखदेव गांधी आदि उपस्थित रहे। सभा का संचालन राममिलन पटेल ने किया ।