दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। बुधवार से चैत्र नवरात्र का आरंभ हो जाएगा और मातारानी के भक्त पूरी तरह से मां की भक्ति में डूब जाएंगे। मातारानी की नौ रूपों में पूजा के लिये शहर के सभी प्रमुख देवी मंदिरों में साफ-सफाई के बाद रंग-रोगन हो रहा है। श्रद्धालुओं को दर्शन व जलाभिषेक में कोई परेशानी न हो, इसके लिये मंदिर कमेटियों ने अपने स्वयंसेवकों को सक्रिय कर दिया है। उधर देवी मंदिरों में दर्शनार्थियों की सुरक्षा के भी विशेष प्रबंध किये गये हैं। यहां महिलाओं की सुरक्षा के लिये महिला पुलिस भी तैनात होगी। अराजक तत्वों पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जायेगी।
महिला दर्शनार्थियों की सुरक्षा को तैनात होंगी महिला पुलिसकर्मी
हिंदू चंद्र कैलेंडर के प्रथम माह को चैत्र के रूप में माना जाता है। इसलिए इस समय की नवरात्र को चैत्र नवरात्र कहा जाता है। मां के भक्त पूरे छह माह इन दिनों की बेसब्री से प्रतीक्षा करते हैं। चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि 21 मार्च को रात 10:52 बजे शुरू हो रही है। ऐसे में चैत्र नवरात्र का प्रथम दिन 22 मार्च को माना जायेगा। इस बार की नवरात्रि पूरे नौ दिनों की है, जो 30 मार्च को नवमी के दिन संपन्न होंगी। ज्योतिषियों के अनुसार घटस्थापना का मुहूर्त बुधवार सुबह 6:23 बजे से 07:32 तक होगा। 30 मार्च को रामनवमी पर शहर में विशेष आयोजन भी होगा, जिसकी तैयारियां की जा रही हैं। शहर के महेश्वरी देवी मंदिर, काली देवी मंदिर, चौंसठ जोगिनी मंदिर, मरही माता मंदिर और सिंहवाहिनी देवी मंदिर में मंगलवार को साफ-सफाई के बाद रंग-रोगन का काम हो रहा है।
देवी मंदिरों में अराजक तत्वों पर होगी सीसीटीवी कैमरों से नजर
महेश्वरी देवी और काली देवी मंदिर में सुबह 3 बजे से ही जलाभिषेक व दर्शनों के लिये दर्शनार्थियों की भीड़ जुटना शुरू हो जाती है। इसके लिये मंदिर कमेटियों के स्वयंसेवकों की बैठक की गई। मंदिरों में भीड़ होने पर भी व्यवस्था बनाये रखने में इन स्वयंसेवकों की अहम भूमिका होगी। इसके अलावा महिला दर्शनार्थियों के लिये देवी मंदिरों में महिला पुलिस का भी प्रबंध किया गया है। प्रत्येक देवी मंदिर में बाहर पुरुष पुलिस कर्मचारियों की तैनाती होगी, जबकि मंदिरों में भीतर महिलाओं को संभालने का दायित्व महिला पुलिसकर्मी करेंगी। इसके अलावा अराजक तत्वों पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जायेगी और पुलिस अधिकारियों की मोबाइल टीमें व्यवस्था बनाने में सहयोग करेंगी।
सर्वसिद्धि योग में हो रहा माता रानी का आगमन
इस साल चैत्र नवरात्र कल बुधवार से आरंभ हो रही हैं। ऐसे में मां दुर्गा की सवारी नौका है। नाव जल में चलने वाला वाहन होता है। ज्योतिष की मानें तो मां दुर्गा जब नाव पर होकर आती हैं तो अच्छी बारिश और अच्छी फसल के संकेत मिलते हैं। माता रानी के नौका से आगमन का मतलब सर्वसिद्धिदायक होता है। मां दुर्गा के नौका सवारी से आगमन को शास्त्रों में मां के इस रूप को भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण करने वाला बताया गया है।
सज गईं नारियल-प्रसाद की दुकानें
नवरात्र आरंभ होने पर देवी मंदिरों के बाहर बैठे फुटपाथिया दुकानों के चेहरों पर भी मुस्कान लौट आती है। कारण यह है कि छह माह तक इन दुकानदारों को एक-एक ग्राहक की बाट जोहनी पड़ती है। लेकिन नवरात्र में ग्राहक बिना बुलाये ही न सिर्फ आते हैं, बल्कि दुकान में खरीददारी के लिये अपनी बारी का इंतजार भी करते हैं, जिससे इनका नौ दिनों में ही पर्याप्त मुनाफा हो जाता है और गृहस्थी की गाड़ी खींचने में समस्या नहीं होती है।