दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। नरैनी विधायक के कथित प्रतिनिधि और उसके साथियों से पीड़ित दिव्यांग परिवार बीते चार दिनों से अनशन पर बैठकर न्याय की गुहार लगा रहा था। इसी बीच शुक्रवार को पुलिस ने अनशन स्थल से ही उन्हें गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया। जिससे आक्रोशित समाजसेवियों ने शनिवार को दिव्यांग के समर्थन में सड़कों पर उतरकर कलेक्ट्रेट में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपते हुए न्याय की मांग की। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि न्याय न मिला तो भूख हड़ताल करेंगे।
नरैनी विधायक के कथित प्रतिनिधि पर अभद्रता करने का आरोप
नरैनी थाना क्षेत्र निवासी दिव्यांग बुद्धविलास तिवारी का आरोप है कि उसके परिवारीजनों के साथ नरैनी विधायक और उसके साथियों ने अभद्रता की, जिसको लेकर पीड़ित ने पुलिस प्रशासन से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में उपस्थित होकर फरियाद की, लेकिन फिर भी निराशा ही हाथ लगी। पीड़ित का आरोप है कि उसे न्याय देने के बजाय नरैनी पुलिस ने जबरन अनशन उठवा कर जेल भेज दिया।
जिससे आक्रोशित होकर समाज सेवी संगठनों और राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के सदस्यों ने एकत्र होकर शनिवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर न्याय की मांग की। पीड़ित दिव्यांग की पत्नी प्रमिला तिवारी का कहना है यदि उसके परिजनों को न्याय न मिला तो वह भूख हड़ताल करने पर विवश होगी। पीड़ित परिवार के साथ जनता दल यू की महिला विंग प्रदेश अध्यक्ष शालिनी पटेल और बुंदेलखंड प्रभारी श्यामबाबू त्रिपाठी समेत दर्जनों समर्थक उसके साथ रहे।
अनशनकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने पर हुई गिरफ्तारी
नरैनी पुलिस का कहना है कि ओमप्रकाश पांडेय पुत्र चंद्रशेखर निवासी पटेलनगर ने 29 जनवरी को बुद्ध विलास तिवारी पुत्र हीरालाल और उमेश कुमार पुत्र बुद्ध विलास तिवारी निवासी जवाहर नगर के खिलाफ अपने साथ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी तथा फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के संबंध पंजीकृत कराया था। विवेचना में पाया गया कि दोनों लोग आर्थिक लाभ के उद्देश्य से यह कृत्य कर रहे थे। संकलित साक्ष्य के आधार पर सुसंगत धारा में दोनों को गिरफ्तार करके न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय ने दोनों को मण्डल कारागार भेजा है।