
- सिंधनकलां बालू खदान पर संयुक्त टीम की कार्रवाई, भारी अवैध खनन मिला
- डीएम-एसपी ने पट्टाधारकों को नियमानुसार खनन व परिवहन की हिदायत दी
Banda : वैध-अवैध खनन के लिए कुख्यात हो चुके जनपद में इन दिनों करीब एक दर्जन से अधिक बालू खदानें संचालित हैं। बालू कारोबार से जुड़े खदान संचालक अक्सर प्रशासन की नजर बचाकर वैध के नाम पर अवैध खनन करने से बाज नहीं आते। ऐसे में प्रशासन ने अब अवैध खनन के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बालू खदानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है।
हाल ही में पैलानी क्षेत्र की मरौली खदान में छापेमारी कर अवैध खनन के एवज में करीब ढाई करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इसी क्रम में बीती रात जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पैलानी की अमलोर खदान पर संयुक्त रूप से छापा मारा और पट्टाधारक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। हालांकि यहां किसी भी प्रकार के अवैध खनन की पुष्टि नहीं हुई।
डीएम के निर्देश पर गठित संयुक्त टीम ने इसी क्षेत्र की सिंधनकलां खदान पर छापेमारी की, जहां भारी मात्रा में अवैध खनन पाया गया। इस पर पट्टाधारक को नोटिस जारी कर कार्रवाई की गई।
जनपद में धड़ल्ले से चल रहे बालू के वैध-अवैध कारोबार पर अब प्रशासन की कड़ी नजर है। प्राप्त शिकायतों के आधार पर राजस्व एवं खनिज विभाग की संयुक्त टीमें जिले भर में सक्रिय हैं और खदानों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं।
शुक्रवार देर रात जिलाधिकारी जे. रीभा और पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने संयुक्त रूप से पैलानी तहसील की अमलोर बालू खदान का निरीक्षण किया और पट्टाधारक को नियमानुसार खनन करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि स्वीकृत क्षेत्र में ही खनन किया जाए, ताकि राजस्व एवं पर्यावरण को क्षति न पहुंचे। इस दौरान डीएम-एसपी ने खदान में लगे वे-ब्रिज और तौल मशीनों का भी निरीक्षण किया तथा बिना एमएम-11 के बालू निकासी और ओवरलोडिंग पर रोक लगाने के निर्देश दिए।
इसी तरह डीएम के निर्देश पर गठित राजस्व व खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने पैलानी तहसील की सिंधनकलां खदान पर छापेमारी की। टीम को खदान में स्वीकृत क्षेत्र से बाहर करीब 5515 घनमीटर बालू का अवैध खनन एवं परिवहन मिला। इस पर पट्टाधारक मेसर्स कविन कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर शशांक शेखर शुक्ला, निवासी सिविल लाइन्स झांसी, के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई की गई।
डीएम और एसपी ने सभी पट्टाधारकों को निर्देश दिया कि निर्धारित खनन क्षेत्र के बाहर खनन न किया जाए और ओवरलोडिंग पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध खनन और ओवरलोडिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।










