
बलरामपुर अस्पताल में मरीज की गिरकर मौत, डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप
लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में इलाज कराने आए एक मरीज की ऑपरेशन थिएटर में गिरने से मौत हो गई। मृतक 55 वर्षीय बादशाह हुसैन, कश्मीरी मोहल्ला मैदान एलएच खां के रहने वाले थे। वे जरदोजी कारीगर थे और कुछ दिनों से आंखों की तकलीफ के चलते मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए भर्ती हुए थे।
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान गलत दवाइयां दी गईं, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। उनका कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने घटना के बाद मामले को दबाने की कोशिश की। परिजनों ने बताया कि जब वे ओटी के बाहर इंतजार कर रहे थे, तभी अंदर से जोरदार आवाज आई और कुछ ही देर बाद स्टाफ हड़बड़ाते हुए अंदर भागा। बाद में बताया गया कि बादशाह कुर्सी से गिर गए थे।

परिजनों के अनुसार, उन्हें मरणासन्न हालत में आईसीयू में शिफ्ट किया गया और सीपीआर देने के बावजूद रात करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई। परिवार ने पोस्टमॉर्टम से इनकार करते हुए शव घर ले गए। वहीं, अस्पताल की निदेशक डॉ. कविता आर्या ने परिजनों के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने बताया कि मरीज का ऑपरेशन शुरू ही नहीं हुआ था। वे ओटी के बाहर इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक बेहोश हो गए। डॉक्टरों ने तत्काल उन्हें आईसीयू में भर्ती किया और वेंटिलेटर सपोर्ट भी दिया, निदेशक ने बताया कि मरीज को पहले से हृदय संबंधी समस्या थी। डॉ. आर्या ने कहा कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो रिपोर्ट सौंपने के बाद आगे की कार्रवाई तय करेगी। वहीं, डॉ. आकांक्षा, जिनकी ड्यूटी उस समय थी, ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। यह घटना बलरामपुर अस्पताल में लापरवाही और व्यवस्थागत खामियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई स्पष्ट हो पाएगी।












