
महसी/ बहराइच l गिरधारी पुत्र दिलेराम सिपहिया हुलास (चारीगाह) संतोष कुमार पुत्र धीरज क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि निवासी सिपहिया हुलास चारीगाह आदि ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र देकर बताया कि राजस्व विभाग गाटा संख्या 750 750(म) में जो श्रेणी बंजर भूमि चरागाह के नाम राजस्व अभिलेखों में अंकित है इसमे बहुत सारी सरकारी संपत्ति तथा सरकारी संस्थाएं पूर्ण रूप से 10 .12 वर्ष से कार्य भी कर रही है। जिसमे प्राथमिक विद्यालय (1 से 5 वर्ष ) सिपहिया हुलास चारीगाह पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिपहिया हुलास चारीगाह (5 से 8 ) तक की पढ़ाई होती है, जिस बंजर की जमीन पर आंगनबाड़ी केंद्र, पेयजल पानी टंकी, हनुमान जी का मंदिर, उपरोक्त गाटा में निर्माण है l
ग्रामीणों का आरोप ग्राम समाज और सरकारी जमीनों पर लेखपाल द्वारा बनाए गए(घरेलू पट्टा) से बढ़ी मुश्किलें
इस जमीन पर पूर्व के राजस्व भूमि निरीक्षक प्रबंधक समिति अध्यक्ष सचिव की फर्जी मिलीभगत से अवैध तरीके से दयाराम पुत्र बुधराम निवासी सिपहिया हुलास उपरोक्त का आवासीय पट्टा दूसरे जगह का (गाटा) इसी सरकारी जमीन पर (ग्राम समाज) में अवैध रूप से पट्टा बना दिया l जबकि यह पट्टा धारक किसान व्यक्ति किसी भी प्रकार से पात्र नहीं है l और इनके पास घर बनाने के लिए काफी जमीन है और पहले से घर भी बना हुआ है।
लेकिन फर्जी लोगो की मिलीभगत द्वेष भावना रखते हुए कई ऐसे फर्जी (आवासीय पट्टा) अवैध निर्माण हो रहा है। जिससे कही न कही विवाद और दैनिक समस्याएं उत्पन्न हुई क्योंकि सिपहिया हुलास के पानी टंकी के ऑपरेटर अवधेश कुमार पुत्र फकीरे ग्राम पंचायत प्रधान प्रतिनिधि ने बताया की उक्त जमीन में हो रहा अवैध निर्माण पूरी तरह अतिक्रमण किया जा रहा है, जिसके प्रांगण में दो स्कूल मंदिर आंगनबाड़ी केंद्र पेय जल पानी टंकी मंदिर आदि स्थानों पर रास्ता बाधित होगा l
शिकायत के बाद भी अमल में नहीं ला रहे अधिकारी
जलापूर्ति भी पूर्ण रूप से नही हो पाएगी l क्योंकि पानी टंकी का ओवरफ्लो पानी भी इसी जमीन से होकर गुजरता है और बच्चों की पढ़ाई खेलकूद में परेशानी होगी वहीं पर सरकारी कामों में बाधा भी आएगी पूरे ग्राम सभा के लोगों में इस व्यक्ति का मानसिक दबाव बनाने के उद्देश्य से सरकारी काम में बाधा डालने राजस्व जमीन हड़पने जैसा घिनौना कृत्य जानबूझकर किया जा रहा है।
धड़ल्ले से हो रहा निर्माण जबकि 250 परिवारों की अभी से जलापूर्ति बंद
जिससे पूरी ग्राम पंचायत को नुकसान झेलना पड़ेगा जिसको जनहित में रोका जाना अति आवश्यक है और पूर्व के राजस्व निरीक्षक के कार्य काल में हुए पट्टों की जांच होनी चाहिए जिससे उनके द्वारा किए गए भ्रष्टचार उजागर हो अतः ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को लिखित पत्र देते हुए बताया कि निर्माण को तत्काल प्रभाव से रोक कर पूरी जांच करनी चाहिए शिकायत के दौरान रोशनलाल, बिनित कुमार, देशराज, राजेंद्र, रामसमुझ, हीरालाल, बुधई, अरविंद, वृजलाल, दुजई, मिलन, लालजी, जंगल, कृपा, शिवकुमार, देवीशरण, राम आधार आदि ग्रामीण मौजूद रहे।