
बहराइच, जरवल : जिसका डर था, आखिर वही हुआ। बताते चलें कि नगर पंचायत जरवल में 1 सितंबर को होने वाली बोर्ड बैठक की हवा ही निकल गई, जबकि नगर अध्यक्ष तस्लीम बानो के साथ अधिशासी अधिकारी सुश्री खुशबू यादव देर शाम तक बोर्ड बैठक संपन्न करने के लिए सभासदों का इंतज़ार करती रहीं।
उक्त प्रकरण को लेकर दैनिक भास्कर ने पहले ही एक खबर प्रमुखता से प्रकाशित कर आशंका जताई थी। सच पूछें तो इस निकाय में “तौर बड़ी की मोर” वाली कहावत ही चरितार्थ हो रही है, जिससे बोर्ड की बैठक लाख प्रयासों के बावजूद फीकी रह गई।
सूत्रों की मानें तो नगर पंचायत जरवल में तमाम कोशिशों के बाद भी एक बार फिर बोर्ड बैठक नहीं हो सकी। बताते चलें कि यदि यही हाल रहा तो इस निकाय में विकास कार्य होना संभव नहीं, बल्कि एक सपना बनकर रह जाएगा।
तैयारी तो पूरी थी, पर नहीं आए सभासद
जरवल
नगर पंचायत जरवल की बोर्ड बैठक को लेकर अधिशासी अधिकारी सुश्री खुशबू यादव ने कहा कि नगर अध्यक्ष तस्लीम बानो और मैं पूरी तैयारी के साथ शाम तक बैठी रहीं, लेकिन सम्मानित सभासदों के न आने के कारण बोर्ड बैठक निरस्त कर दी गई।
यह तो सभासदों के अधिकारों का हनन है
नगर पंचायत जरवल के अग्रवाल वार्ड के सभासद पवन श्रीवास्तव का कहना है कि इस निकाय में किसी भी आय-व्यय का ब्यौरा नहीं दिया जाता। बोर्ड बैठक तभी संपन्न हो सकती है, जब तक लेखा-जोखा प्रस्तुत नहीं किया जाएगा।
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