
Mihinpurwa, Bahraich : कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के बीच बसे भरथापुर गांव में बीते 29 अक्टूबर को हुए नाव हादसे में गांव के आठ लोग लापता हो गए थे। पीड़ितों को ढांढस बधाने के लिए मुख्यमंत्री रविवार दोपहर 3:00 बजे मोतीपुर सिंचाई कॉलोनी पहुंचे और वहां पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ अंग वस्त्र और फल भेंट किए।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को आदेश देते हुए कहा कि एक महीने के अंदर भरथापुर विस्थापन की कार्यवाही पूरी की जाए। उन्होंने बताया कि 21 करोड़ 55 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं, जिसमें 118 परिवारों को 15-15 लाख रुपए देने का प्रावधान है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि भरथापुर के लोगों के लिए जंगल के बाहर जमीन की व्यवस्था करके एक महीने के अंदर निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, ताकि उनके जीवन में बदलाव आ सके।
उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें जंगल के बाहर जमीन उपलब्ध कर नए सिरे से बसाया जाएगा और उन्हें सरकार की मूलभूत सुविधाओं और योजनाओं का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने भरथापुर गांव का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर सांसद डॉ. आनंद कुमार गोंड, विधायक सरोज सोनकर, विधायक रामनिवास वर्मा, प्रमुख अभिषेक वर्मा, सौरभ, आयुक्त शशि भूषण सुशील, आईजी अमित पाठक, सीडीओ मुकेश चंद, एसपी आरएन सिंह, अपर जिला अधिकारी अमित कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी देवेंद्र पाल सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी, उप जिला अधिकारी रामदयाल, डिप्टी मजिस्ट्रेट प्रकाश सिंह, खंड विकास अधिकारी विनोद यादव समेत बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीण उपस्थित रहे।














