
- राहगीर हाथ-पाव तुड़वाते हैं सड़क पे स्कूली बच्चों में हाय-तौबा
Jarwal, Bahraich : अदम गोंडवी का यह शेर ” तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है मगर ये आँकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है ” इस सड़क पर तो जरूर सटीक बैठती है। बताते चले एक और सरकार दपोर-शंखी बयान से गड्ढा मुक्त होने का दावा करती है वही यह तस्वीर तो झूठ नहीं बोलती जो सरकार के नुमाईदो को आइना दिखा रही है।मामला जरवल विकासखंड के अरई ग्राम सभा का है जो चहलार होते हुए करनैलगंज-गोंडा हाईवे तक जाने वाली सड़क का है।
जो कि गड्डो मैं तब्दील हो चुकी है।इस सड़क पर चलने वाले राहगीरो ने बताया कि अरई से चहलार तक की यह सड़क पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो गई है।यही नहीं बरसात के मौसम में इन गड्डों में पानी भर जाता है। जिससे आवागमन बाधित होता है।साथ ही स्कूली बच्चों को इस मार्ग से गुजरने में कम हाय-तौबा नहीं होती। जो परेशानी का सबक बन चुकी है।जब कि अनेको बार बच्चे गड्ढों में गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। साथ ही मोटरसाइकिल सवार भी इन गड्डों के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। राहगीरों का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिशासी अभियंता से मौखिक और लिखित शिकायत भी की।
लेकिन शिकायती पत्र को कूड़े की टोकरी में डाल दिया गया।इस संबंध में रसूलाबाद के रहने वाले समाजसेवी हरी राम सिंह भट्ठा वाले ने बताया कि जनहित की इस समस्या को अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए ताकि सरकार की छवि न हो।