बहराइच : राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत एक से 19 वर्ष के बच्चों को खिलाई गई पेट के कीड़े निकालने की दवा

बहराइच। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत सोमवार को जनपद के 11 ब्लॉकों और शहरी क्षेत्रों के सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट विद्यालयों, मदरसों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाव हेतु एल्बेंडाजॉल की खुराक दी गई। अभियान का उद्देश्य बच्चों को पेट के कीड़ों से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाना और उनका शारीरिक व मानसिक विकास सुनिश्चित करना है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि जनपद में लगभग 16.62 लाख बच्चों और किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजॉल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस दवा के सेवन से कृमि संक्रमण से बचाव होता है और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार आता है। साथ ही, बच्चों को स्वच्छता बनाए रखने, साफ पानी पीने और स्वच्छ भोजन करने की सलाह दी गई।

अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. आर.बी. वर्मा ने कहा कि पेट में कृमि होने से बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, भूख न लगना, कमजोरी और समुचित शारीरिक व मानसिक विकास न होने जैसी समस्याएं होती हैं। इसलिए हर वर्ष फरवरी और अगस्त में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 1 से 19 वर्ष के बच्चों व किशोरों को एल्बेंडाजॉल की गोली दी जाती है।

जिला किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम सलाहकार राकेश गुप्ता ने बताया कि इस बार कैसरगंज, तेजवापुर और नवाबगंज ब्लॉक में फाइलेरिया अभियान के तहत एल्बेंडाजॉल दी जाएगी, इसलिए इन्हें छोड़कर शेष 11 ब्लॉकों व 1 अर्बन क्षेत्र में अभियान चलाया गया। इसमें 3,186 सरकारी व निजी विद्यालयों और 2,701 आंगनबाड़ी केंद्रों को शामिल किया गया। 16.62 लाख बच्चों के लक्ष्य के सापेक्ष 11.54 लाख बच्चों को दवा खिलाई गई।

एक से दो वर्ष तक के बच्चों को 200 मिग्रा (आधी गोली) और दो से 19 वर्ष तक के बच्चों को 400 मिग्रा (पूरी गोली) दी गई। छोटे बच्चों को गोली पीसकर दी गई, जबकि बड़े बच्चों ने इसे चबाकर खाया। जो बच्चे आज दवा लेने से वंचित रह गए, उन्हें 13 अगस्त को मॉप-अप राउंड में दवा दी जाएगी।

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