
Bahraich : कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा में बुधवार को एक 25 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसके गले के आस-पास चोट के निशान मिले। सूचना पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने पुलिस को बताया कि उनकी लड़की को ससुराल के लोगों ने गला घोंटकर मार डाला है और घर के लोग फरार हो गए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद मायके के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार किया और अब ससुरालियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मृतिका के भाई शमीम अहमद, पुत्र मुन्ना, निवासी जनपद श्रावस्ती, कस्बा इकौना, मोहल्ला पटेल नगर, ने कैसरगंज थाने में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी बहन राबिया, उम्र लगभग 25 वर्ष, की शादी करीब 5 साल पहले कैसरगंज इलाके के गंडारा गांव निवासी सलमान, पुत्र कल्लू, से मुस्लिम रीति-रिवाज और दहेज देकर की गई थी। शुरू में शादीशुदा जिंदगी ठीक थी, लेकिन 2 साल बाद से ससुराल वालों ने अतिरिक्त दहेज, गाड़ी और कामकाज के लिए पैसे की मांग शुरू कर दी।
दहेज की मांग इतनी बढ़ गई कि हर साल डेढ़ लाख रुपये देकर लड़की को ससुराल में रखा जा रहा था। राबिया का पति सलमान बार-बार कहता था कि अपनी लड़की को घर ले जाओ, नहीं तो सालाना रुपये देते रहो। रुपये न मिलने पर ससुराल के लोग राबिया का शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करने लगे।
10 दिसंबर को अचानक ससुराल वालों ने मायके पक्ष को बताया कि राबिया बीमार है और उसे लखनऊ ले जा रहे हैं। उसी समय किसी अन्य व्यक्ति से सूचना मिली कि राबिया की मौत हो गई है। मायके के लोग गंडारा गांव पहुंचे तो राबिया की लाश चौकी पर रखी थी और घर के सभी सदस्य फरार थे। कुछ लोग मिलकर राबिया को मिट्टी देने जा रहे थे। मायके वालों ने देखा कि उसका गला सूजा हुआ है और चोट के निशान हैं।
मायके वालों को संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और बॉडी मायके वालों को सौंप दी। 12 दिसंबर को इकौना में राबिया का अंतिम संस्कार किया गया।
राबिया की मौत के बाद दो छोटे मासूम बच्चे बगैर मां के रह गए हैं। मायके पक्ष में मातम पसरा हुआ है। मायके वाले चाहते हैं कि पुलिस मामले की सही से जांच करे और दोषी ससुरालियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करे।










