
जरवल, बहराइच। कजरी तीज पर्व को लेकर सुहागिन महिलाएं पति के लंबे उम्र के लिए भोलेनाथ से करेंगी प्रार्थना जिसके लिए शिवालियों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। साथ ही। अविवाहित कन्याए भी मनचाहा वर की प्राप्ति के लिए भोलेनाथ से करेंगी प्रार्थना जिसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। बताते चले जरवल रोड जरवल कस्बा के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के शिवालियों पर कजरी तीज की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है कजरी तीज के दिन लोधेश्वर महादेव पर तो जलाभिषेक करेंगे ही ग्रामीण क्षेत्र के शिवालियों पर भी पूरे विधि-विधान से भी पूजा-अर्चना होगी। बताते चलें कजरी तीज मुख्य रूप से पति की लंबी उम्र सुहाग की रक्षा और पति-पत्नी के संबंधों में मधुरता के लिए मनाई जाती है। यह देवी पार्वती द्वारा भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए किए गए कठोर तप और शिव-पार्वती के पुनर्मिलन की स्मृति में मनाया जाने वाला पर्व है। इस दिन महिलाएं नीम की पूजा (नीमड़ी पूजन) करती हैं और विशेष गीत गाती हैं।
शिव-पार्वती का मिलन का है यह पर्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी पार्वती ने 108 जन्मों के बाद भगवान शिव को पति रूप में पाया था। कजरी तीज के दिन शिव-पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था।इसलिए इसे दांपत्य सुख की प्रतीक तिथि माना जाता है। अविवाहित कन्याएं भी करती हैं पूजा-अर्चना अविवाहित कन्याएं भी इस मनचाहा वर पाने के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं।
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