
मार्च माह से ग्रामीणों में बारी बारी से फैल रहा चेचक
बहराइच। तेजवापुर में विकास खंड तेजवापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत विलासपुर में बीते मार्च माह से चेचक की बीमारी फैली हुई है। सैकड़ों की आबादी वाले गांव में चेचक रोज किसी न किसी को अपने चपेट में ले रहा है।इस बात की जानकारी गांव की आशा,एएनम व सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को भी है लेकिन किसी ने पीड़ित लोगों को दवाएं व विटामिन ए की खुराक तक नहीं पिलाई गई है।नतीजतन गांव में चेचक की बीमारी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। जिससे ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें सरकारी इमदाद न मिलने पर वह निजी चिकित्सकों के शरण में जाने को मजबूर हैं।अब तक गांव में किसी प्रकार की कोई दवा नहीं बाटी गयी है।
जानकारी के बावजूद नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
इस समय गांव में विनीत(5) पुत्र हरिराम, खुशबू (11) पुत्री सुरेश,पिंकी पत्नी नेवल किशोर व रेनू (30) पत्नी रामकुमार समेत आधा दर्जन लोग चेचक की चपेट में हैं। पूर्व प्रधान मुंशी लाल पाल ने बताया कि गांव में काफी दिनों से चेचक फैला हुआ है। चेचक बारी बारी से लोगों को अपने चपेट में ले रहा है। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के सभी जिम्मेदारों को है लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग का कोई कर्मचारी गांव में नहीं आया है।
अधीक्षक की मेहरबानी तो नहीं कर्मचारियों के लापरवाही की असली वजह?
सीएचसी अधीक्षक तेजवापुर डॉ अभिषेक अग्निहोत्री लगभग पांच वर्षों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तेजवापुर में तैनात हैं। काफी दिनों से कार्यरत होने के नाते वह लापरवाह कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई करने में संकोच करते हैं। यही नतीजा है कि तेजवापुर क्षेत्र के कई गांवों में काफी दिनों से चेचक फैला हुआ था। जानकारी होने के बाद भी कर्मचारी दवाएं तक नहीं बांट रहे हैं। जिससे तेजवापुर क्षेत्र के गांव कई गांव चेचक से प्रभावित रह चुके हैं। ऐसी स्थिति में लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई न करना अधीक्षक की मेहरबान को दर्शाता है।