
Bahraich : भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रूपईडीहा एसएसबी चेक पोस्ट पर बीट टीम और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान मानव तस्करी के प्रयास को नाकाम करते हुए एक 16 वर्षीय नेपाली किशोरी को सुरक्षित बरामद किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चेकिंग के दौरान एक किशोरी संदिग्ध परिस्थितियों में पाई गई। पूछताछ में वह अपने पहचान पत्र और भारत आने के उद्देश्य के बारे में स्पष्ट जवाब नहीं दे सकी। प्रारंभ में उसने बताया कि वह अपनी आंटी के साथ सब्जी लेने आई थी, लेकिन न तो उसके पास पैसा था और न ही साथ मौजूद महिला उसके बारे में सही जानकारी दे सकी। महिला की पहचान नैनसरा कामी, उम्र 37 वर्ष, निवासी जनपद सुर्खेत, नेपाल के रूप में हुई, जो पूछताछ में किशोरी की रिश्तेदार नहीं, बल्कि आरोपी युवक की मौसी निकली।
किशोरी ने अपना नाम पवित्रा कामी, उम्र लगभग 16 वर्ष, निवासी अछाम, नेपाल बताया। उसने बताया कि छह माह पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती रमेश बी.के., उम्र लगभग 18 वर्ष, निवासी सुर्खेत, नेपाल से हुई थी और युवक के कहने पर वह घर छोड़कर आई थी। संयुक्त टीम के अनुसार, युवक अपनी मां खगिसरा कामी के साथ सीमा पर मौजूद मिला। जांच में पता चला कि ये सभी रूपईडीहा बाजार नहीं, बल्कि किशोरी को लेकर गुजरात के राजकोट जा रहे थे।
किशोरी के परिजनों से संपर्क करने पर उसके चचेरे भाई ने पुष्टि की कि वह घर से भागी थी और परिवार ने उसे रोकने का अनुरोध किया। आगे की प्रक्रिया में किशोरी को माहिति नेपाल संस्था को सौंप दिया गया, जबकि आरोपी युवक को नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया।
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