
Bahraich : विशेश्वरगंज से इकौना तक का मार्ग इन दिनों राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। सड़क के किनारे उग आए झाड़-झंखाड़ और अतिक्रमण के कारण न केवल मार्ग संकरा हो गया है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
अतिक्रमण से बढ़ी मुश्किलें
इस मार्ग पर कई जगहों पर सड़क की पटरियां पूरी तरह गायब हो चुकी हैं और उनकी जगह पर बेतरतीब ढंग से उगी झाड़ियां फैल गई हैं। इन झाड़ियों के कारण वाहनों को आगे का दृश्य साफ दिखाई नहीं देता, जिससे अचानक मोड़ पर आने वाले वाहन दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। खासकर पुरैना से जलालपुर के बीच के तीखे मोड़ पर यह समस्या और भी गंभीर है।
आवागमन बाधित और जान को खतरा
वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। छात्रों, पर्यटकों और आम यात्रियों को रोजमर्रा के सफर में अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा खराब हालत पुरैना बाजार की है, जहां दोनों तरफ झाड़ियों के कारण ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। यहां दो गाड़ियां एक साथ मुश्किल से निकल पाती हैं, जिससे अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है।
प्रशासन की अनदेखी पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे कई बार प्रशासन से इस समस्या के समाधान के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सड़क की पटरियों की सफाई और अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। यह स्थिति न केवल लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बनी हुई है, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
इस मार्ग पर तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि राहगीरों को राहत मिल सके और दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इस संबंध में जेई पीडब्ल्यूडी के अधिकारी सत्यवान यादव ने बताया कि इसका कोई अलग बजट नहीं आता है। उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के लिए एस्टीमेट दे दिया गया है और दो-तीन महीने में जब एस्टीमेट बनकर आएगा, उसके बाद सड़क का काम शुरू कर दिया जाएगा।
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