
नानपारा, बहराइच। सैकड़ों वर्ष से बहराइच के दरगाह शरीफ में लगाए जा रहे हैं। मेंले पर लगाई गई रोक को लेकर नानपारा के नागरिकों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। इस संबंध में पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नानपारा नसीबुन निशा ने कहा कि गौतम और गाजी की धरती पर प्राचीन काल से मेला लगता चल रहा है। कहा जा रहा है कि आक्रांता जो गलत है हमारे हिसाब से वह शहीद हैं। फैसला गलत है मेले से लोगों की आस्था जुडी है। मेले में तमाम दुकानदारों का भला होता है।
दूसरी ओर हकीम केसर मस्जिद मुतवल्ली सैयद अफसर हुसैन ने कहा कि मेले को रोका नहीं जा सकता। गाजी सरकार में लोगों की आस्था है। हिंदू मुसलमान सभी आते हैं। अधिकांश बरातें हिंदू लेकर आते हैं। दुकान सर्कस आदि लगाने से रोका जा सकता है, परंतु आस्था को नहीं रोका जा सकता। सरकार ने दुकान लगाने पर रोक लगाई है, लेकिन लोगों की आस्था जुडी हुई है और लोग वहां पहुंचेंगे।
भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था के तहत सरकार ने रोक लगाई है जो मेला लगता आ रहा है, वह गलत है। सरकार का फैसला सही है।