
Mihinpurwa, Bahraich : बहराइच में 1 नवंबर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर पर आशाओं एवं संगिनी कार्यकर्ताओं ने धरना और प्रदर्शन शुरू किया है। समान कार्य, समान मानदेय और राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग को लेकर शनिवार को ऑल इंडिया आशा बहू कार्यकर्ता कल्याण सेवा समिति के बैनर तले आशाओं ने प्रदर्शन किया।
सीएससी पर प्रदर्शन के दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की और उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो 1 नवंबर से मांग पूरी होने तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर धरना और प्रदर्शन जारी रहेगा। इसी क्रम में आशाओं ने विभागीय कार्यों का बहिष्कार भी किया है।
मोतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे पिछले 18 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्य ईमानदारी से करती आ रही हैं। मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में उनका अहम योगदान है। पोलियो मुक्त भारत के लिए उनका सहयोग महत्वपूर्ण रहा। कोविड-19 जैसी महामारी में भी उन्होंने बिना किसी परवाह के अपने कार्य किए। बावजूद इसके उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
आशाओं ने अन्य प्रदेशों की तरह उत्तर प्रदेश की सभी आशा तथा आशा संगिनी को निश्चित मानदेय और सभी कार्यों पर प्रोत्साहन राशि दिए जाने की मांग की। धरना प्रदर्शन में मंजुला देवी, सविता मौर्या, मीरा विश्वकर्मा, रितु, तारा देवी, चंद्रावती, कमलावती, बसंती, सीमा आदि शामिल रहीं।
आशाओं ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ मानी जाने वाली आशाओं को कार्य के बदले मिलने वाली प्रोत्साहन राशि बहुत कम है। प्रदर्शन में आशा सुमित्रा, मुन्नी, तारा, माला, रीता देवी, ममता, उर्मिला आदि भी शामिल रहीं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे कार्य बहिष्कार जारी रखेंगी।
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