
Bahraich : जिले के कैसरगंज इलाके में भेड़िए के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार शाम घर के आंगन में खेल रही दो वर्षीय मासूम पर भेड़िए ने हमला कर दिया। चीख सुनकर पास में काम कर रही मासूम की चाची ने शोर मचाया, जिसके बाद परिजन व ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर उसके पीछे दौड़े। इस दौरान भेड़िया मासूम को छोड़कर भाग गया, जिससे उसकी जान बच सकी। सूचना पर पहुंची पुलिस व वन विभाग की टीम ने घायल मासूम को जिला अस्पताल भेजा, जहां उसका इलाज किया गया।
गोड़हिया नंबर 2 के मजरा गुल्लईन पुरवा निवासी पवन कुमार की तीन वर्षीय बेटी आंचल घर में खेल रही थी। इसी दौरान दबे पांव आए एक भेड़िए ने उस पर हमला कर दिया। चीख सुनकर पास में बैठी मासूम की चाची शोर मचाते हुए उसके पीछे दौड़ी।
शोर सुनकर मासूम के पिता व ग्रामीण भी लाठी-डंडे लेकर दौड़े, जिसके बाद भेड़िया मासूम को करीब सौ मीटर दूर छोड़कर भाग गया। हमले में मासूम की गर्दन पर हल्का घाव हो गया।
ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय रेंजर ओंकार यादव व चौकी इंचार्ज संजीत सिंह मौके पर पहुंचे। घायल मासूम को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया।
पिता बोले लंगड़ा था भेड़िया
आंचल के पिता पवन ने बताया कि पीछा करने पर तीन भेड़िए दिखाई दिए थे। इनमें दो छोटे थे, जबकि बड़ा भेड़िया लंगड़ा था।
डीएफओ राम सिंह यादव ने बताया कि जंगली जानवर के हमले की सूचना मिली थी। वन विभाग की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि वे मासूम बच्चों को घर के अंदर रखें और दरवाजे बंद रखें।










