
बागपत : जिले के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के डोला गांव में एक किसान की आत्महत्या का मामला सामने आया है। किसान देवता ने आर्थिक परेशानियों के चलते अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली है, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है।
मिली जानकारी के अनुसार, किसान देवता पिछले कुछ समय से बैंक कर्ज के बोझ तले दबे थे, जिससे वे तनाव में रहते थे। परिवार का कहना है कि बैंक कर्मियों ने उन्हें जेल में डालने की धमकी दी थी, जिससे उनके मनोबल पर बुरा असर पड़ा। शनिवार दोपहर, अमीन और चपरासी घर पर आए और उन्हें घर से बुलाकर ले गए।

शाम को, किसान अपने घर लौटने के बाद भोजन किया और फिर वह अपनी पत्नी के साथ अपने खेत पर गए। वहां से वे सीधे अपने घर के पास पेड़ पर चढ़ गए और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अमीन और चपरासी ने किसान को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, जिससे वे इतना परेशान हो गए कि अंततः यह कदम उठाना पड़ा।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले को लेकर ग्रामीणों और परिजनों ने अमीन और संबंधित बैंक कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है और संबंधित पक्षों से बातचीत कर आवश्यक कार्रवाई कर रही है। इस घटना ने समाज में आर्थिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य पर चिंता को बढ़ा दिया है, और लोगों का मानना है कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सरकार एवं संबंधित संस्थाओं को जरूरी कदम उठाने चाहिए।