
- गंभीर हालत देखते हुए घायल कैदी का कराया गया सीटी स्कैन
बागपत। जिला जेल में कैदियों के दो गुटों के बीच जेल के अंदर वर्चस्व स्थापित करने को लेकर झड़प हो गयी. दोनों गुटों के कैदी एक दूसरे पर लात-घूंसा से ताबड़तोड़ प्रहार करना शुरू कर दिया, जिसमें आधा एक कैदी गंभीर रूप से घायल हो गया।बाद में पगली घंटी बजते ही जेल सुरक्षा में तैनात सुरक्षाककर्मी पहुंचे और बल प्रयोग कर दोनों गुटों को अलग कर सेल में बंद कर दिया। जिसके बाद स्थिति सामान्य हो पाई।
दरअसल, बता दें की बागपत जिलाध्यक्ष जेल में कैदियों के दो गुट आपस में भीड़ गये देखते ही देखते दोनों गुटों के कैदी जमा हो गये और एक दूसरे पर लात-घूंस चलाने लगे. वहां दो-चार की संख्या में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दोनों गुटों को नियंत्रित करने का प्रयास किया. लेकिन कैदी एक नहीं सुनी. जबकि दूसरा कोई कैदी दोनों गुटों के कैदी के बीच हो रही लड़ाई को शांत कराने भय से नहीं आये. सभी तमाशा देखते रहे. जब सुरक्षाकर्मी से झगड़ा शांत नहीं हुआ तो जेल की पगली घंटी को बजाया गया. जिसके बाद जेल प्रशासन भारी सुरक्षाकर्मियों के साथ जेल के अंदर घूसे और झगड़े को शांत कराया।
क्या कहते है जेलर:—–
डिप्टी जेलर प्रशांत कुमार ने बताया कि जेल में ऐसा कुछ नहीं हुआ है हां सुबह एक प्रभास पुत्र सुरेन्द्र सिंह नाम का कैदी पेशी के लिए न्यायालय में भेजा गया था जो भी कुछ हुआ है वहीं पर हुआ है जेल में सब कुछ ठीक-ठाक है।
इमरजेंसी के डॉक्टर गौरव पंवार ने कहा-जेल से मारपीट में घायल कैदी लाया गया –
जिला अस्पताल में स्थित डॉक्टर गौरव पंवार एंटी सजन की पोस्ट पर हूं आज मेरी इमरजेंसी में ड्यूटी है। डॉक्टर गौरव पवार का कहना है कि एसआई देविन्द्र कुमार द्वारा एक जिला जेल से मारपीट में घायल कैदी प्रभास पुत्र सुरेन्द्र सिंह नाम का कैदी लगाया गया जिसका ट्रीटमेंट मेरे द्वारा किया गया है कैदी के मेडिकल में दाहिनी आंख पर गंभीर चोट है और आँख नहीं खुल रहीं है आँख बंद, और उसके नाक से भी खून बह रहा है सीटी स्कैन के लिए भेजा गया है जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
डॉक्टर गौरव पंवार (इमेरजेंसी जिला अस्पताल बागपत)