
Baghpat : बागपत के राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में एक सीपीआर आधारित जिला स्तरीय अभियान का शुभारंभ डीएम अस्मिता लाल द्वारा किया गया। सीपीआर आधारित जिला स्तरीय अभियान में बागपत डीएम अस्मिता लाल ने भी सीपीआर देने की ट्रेनिंग ली। डीएम अस्मिता लाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज जनपद बागपत में हमने फर्स्ट डे सीपीआर ट्रेनिंग की ऐप लॉन्च किया है सिर्फ यह जानने में आया है कि इंडियन लोगों को केवल दो परसेंट ही सीपीआर देना आता है इसी कड़ी में हमने जनपद बागपत में जीवन रक्षों का एक फॉरेस्ट तैयार किया है स्कूल और कॉलेजे से स्टार्ट किया है सभी ऑफीसर्सन में भी हमने यह ट्रेनिंग स्टार्ट करेंगे ताकि हर घर में लाइव सेवर जो किसी न किसी को जरूर आती है ताकि और जाने बच सके जितने कांटे ग्रस्त के कैसे आ रहे हैं ताकि हम सभी को यह स्क्रीन आनी चाहिए और आज सभी बच्चों ने वह टीचरों ने और हमने यह अभियान आज बागपत में एक शुरुआत थी और हम हर एक कॉलेज में हर एक ऑफिस में इसे ट्रेनिंग इन पार्ट करेंगे और यह कंटिन्यू रहेगा।

वही डॉ अरुण कुमार सीपीआर ट्रेनर कहते हैं कि सीपीआर एक जीवन-रक्षक आपातकालीन प्रक्रिया है और इसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है, ताकि मस्तिष्क और शरीर के अन्य अंगों तक खून पहुंचता रहे। और सीपीआर में छाती पर दबाव (chest compressions) और कभी-कभी मुंह से मुंह देकर सांस (rescue breaths) देना शामिल होता है।

यह दिल के रुकने (cardiac arrest) या सांस रुकने पर तत्काल मदद करता है और व्यक्ति के बचने की संभावना को काफी बढ़ा देता है।और सीपीआर एक आपातकालीन प्राथमिक उपचार है जो तब दिया जाता है जब किसी व्यक्ति की जान खतरे में होती है। सीपीआर देना हर किसी को सीखना चाहिए जिस की आपात स्थिति में मदद की जा सके।











