
- बेसिक शिक्षा अधिकारी पर अपमानित करने और जाति सूचक अभद् व्यवहार करने का आरोप
- अपमान से आहत दलित महिला ग्राम प्रधान ने बीच मे ही छोड़ा स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम
- दलित ग्राम प्रधान के वॉक आउट से सरकारी अमले मे मचा हड़कंप
बागपत। जब पूरा देश आजादी के जश्न मे डूबा था तब बागपत मे एक मगरूर महिला अधिकारी एक दलित महिला ग्राम प्रधान को अपमानित कर रही थी और एक निर्वाचित दलित महिला ग्राम प्रधान का अपमान एक महिला अधिकारी द्वारा किया जा रहा था, अपमान का दर्द इतना था कि दलित महिला प्रधान स्कूल मे चल रहे प्रोग्राम को बीच मे ही छोड़ कर चली गयी।
बता दें कि बागपत के गौरी पुर जवाहर नगर गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय मे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रंगा-रंग कार्यकर्म आयोजित किये गए थे जिसमे शिक्षा विभाग समेत अन्य अधिकारी भी शिरकत कर रहे थे। ग्राम प्रधान श्रीमती आरती का आरोप है कि बागपत की बेसिक शिक्षा अधिकारी जो स्वयम भी महिला है उनको अपमानित करने के लिए जाति सूचक शब्दो का इस्तेमाल किया और उन्हे स्कूल से बाहर निकलने के लिए बोल दिया।
दलित महिला ग्राम प्रधान श्रीमती आरती ने चल रहे प्रोग्राम से बहार कर दिया।ग्राम प्रधान श्रीमती आरती का कहना है कि जातिगत द्वेष के चलते उनसे दुर्वयव्हार किया गया है महिला ग्राम प्रधान ने कहा कि इस मामले को सीएम तक ले कर जायेगी।
फिल्हाल इस मामले को लेकर तमाम अधिकारी चुप्पी साधे है।और ज़ब बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता चौधरी से बात की गईं तो उनका कहना है की मैंने ऐसा कुछ नहीं किया जो आरोप है वो गलत है, लेकिन ग्राम प्रधान ने सरेआम स्कूल पर ही हंगामा खड़ा करते हुए चिल्ला चिल्ला कर बोला कि मैं दलित हूं इस वजह से मेरे साथ में ऐसा दुर्व्यवहार किया गया है ऐसे अधिकारी को जनपद में रहने का कोई हक नहीं है। एक चर्चा यह भी है कि बीडियो और एडीओ को भी स्कूल में चल रहे प्रोग्राम में अंदर प्रवेश नहीं करने दिया वह घंटे तक बाहर ही खड़े रहे। जिलाधिकारी के प्रोग्राम में पहुंचने के बाद ही उन्होंने अंदर प्रोग्राम में प्रवेश किया।
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