हाथरस में भक्तों को हर दिन अलग रूप में दर्शन देती हैं बाग बोहरे वाली मैया

  • लाखों की संख्या में दर्शन करने आते हैं भक्त
  • हर भक्त की मुराद सुनती हैं मैया रानी

संदीप पुंढीर/दैनिक भास्कर
हाथरस। नवरात्रि के दूसरे दिन आज हम आपको शहर के सबसे बड़े शक्तिपीठ बोहरे वाली देवी मंदिर के दर्शन करा रहे हैं। यह मंदिर करीब 200 वर्ष पुराना बताया जाता है। मंदिर पर साल में दो बार नवरात्रि पर मेला लगता है। जिसमें हजारों लाखों की संख्या में भक्तगण आते हैं।
नवरात्रि के अंतिम नवरात्रि वाले दिन इस मंदिर पर लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं। उसके अलावा इस मंदिर पर सोमवार के दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। भक्तों का कहना है कि माता रानी के पास कोई भी वक्त रोता हुआ आता है, और हंसता हुआ यहां से जाता है। मंदिर की मान्यता है कि यह बाग वाली बोहरे वाली मैया भक्तों को प्रतिदिन नए रूप में दर्शन देती हैं। इस मंदिर पर जो भी भक्त अपनी मुराद लेकर आता है, मैया रानी हर भक्त की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
मंदिर पर कई वर्षो से लगातार आ रही एक भक्त ने बताया कि कैसी भी घटना हो, कुछ भी हुआ हो, भक्त यहां पर आकर मैया रानी से सब कुछ बोल देते हैं, और मैया रानी सब सही कर देती हैं। हाथरस ही नहीं आसपास के जिलों से भी भक्तगण यहां मैया के दर्शन करने आते हैं। वही मंदिर के महंत मुकेश चतुर्वेदी ने दैनिक भास्कर को बताया कि यह मंदिर 200 साल से भी पुराना है और माता चामुंडा का यह रूप है, माता रानी सभी भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं। शहर के सभी शक्तिपीठों में यह मैया सबसे बड़ी शक्ति पीठ हैं।

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