…बाबू जी धीरे चलना बड़े धोखे है इस राह पे !

जरवल चीनी मिल का बाई पास मार्ग पर पेंटिग सड़क तो बनी कई बार पर सड़क की पटरियों का क्या होगा हुजूर ?

सावधान : कही मौत का सफर तो नही कर रहे आप ?


जरवल/बहराइच।  बात अगर जरवल कस्बा को जोड़ने वाले बाईपास चीनी मिल जरवल रोड़ मार्ग की,की जाए तो भले ही जरवल रोड़ जाने के लिए दूरी कम हो पर सच तो यह है कि बड़े धोखे है l इस राह पे की कहावत पूरी तरह सटीक जरूर बैठ रही हैं। जानकारों की माने तो इस सड़क पर लगभग प्रत्येक वर्ष पेंटिग का काम होता है जिसे न तो कभी चौड़ीकरण हुआ न ही सड़क के दोनों ओर बनी पटरियों को मरम्मत व चुटकी भर मिट्टी भी डाली गई जिससे चीनी मिल जाने वाले इस बाई पास सड़क गन्ने से लदे वाहन तो फर्राटा भरते ही है अन्य दो पहिया वाहन व चार पहिया वाहनों का इस मार्ग पर निकलना यमराज से भिड़ने जैसा हैं। जबकि यह मार्ग पूर्व मंत्री स्व. ठाकुर भगौती सिंह किसान इंटर कॉलेज, आईपीएल चीनी मिल और गायत्री मंदिर के पास से गुजरता है और कम दूरी के चलते अत्यधिक वाहन भी यहाँ गुजरते व्यस्त है। 

जानकारों की माने तो सड़क की चौड़ाई लगभग 3.25 से 3.50 मीटर होने के कारण पहले से ही सीमित थी लेकिन हालिया मरम्मत कार्य के बाद यह और ऊंची हो गई है। बावजूद इसके दोनों ओर पटरियो पर काम रत्ती भर नही हुआ। जिससे वहां एक से डेढ़ फीट गहरे गड्ढे बन गए हैं।और जब कोई चार पहिया वाहन गुजरता है तो बाइक सवारों के लिए किनारे से निकलना बेहद खतरनाक हो जाता है। औऱ यदि संतुलन बिगड़ा तो दुर्घटना होना तय है।बताते चले जरवल रोड चीनी मिल चौराहा से लेकर जरवल कस्बा बाईपास पर प्रतिदिन दुर्घटनाएं होती है।जिससे गंभीर चोटें या लोगो की मौत हड्डी टूटने जैसी घटनाएं घटित होना आम बात है।साथ ही फुटपाथ या मजबूत पटरियों का निर्माण नहीं किया गया। इस व्यस्ततम मार्ग पर भविष्य में भीषण हादसे होने की आशंका बनी रहेगी। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क को सुरक्षित बनाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। ताकि जान-माल की हानि को रोका जा सके।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

LSG के मालिक ने तिरूपति बालाजी में दान किया करोड़ों का सोना विदेशों में गूंजेगा ऑपरेशन सिंदूर पत्नी के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर दिखे गौतम गंभीर ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोले राजनाथ सिंह वायुसेना ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है