
कौशांबी : उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र से एक खतरनाक आतंकी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब मसीह किसी बड़े हमले की योजना बना रहा था। सुरक्षा एजेंसियों ने उसे घेरते हुए यह सुनिश्चित किया कि वह अपने नापाक मंसूबों को अंजाम नहीं दे पाए।
लाजर मसीह केवल एक सामान्य आतंकी नहीं था, बल्कि वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी था। वह जर्मनी में बैठे स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता था, जो BKI के जर्मन नेटवर्क का प्रमुख है। इसके अलावा, वह पाकिस्तान में स्थित ISI एजेंट्स के संपर्क में था और भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहा था।
यह गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है, क्योंकि लाजर मसीह 24 सितंबर 2024 को पंजाब की न्यायिक हिरासत से फरार हो चुका था और कई महीनों से पुलिस और खुफिया एजेंसियों को धोखा दे रहा था। लेकिन अंततः उसे पकड़ने में सुरक्षा एजेंसियां सफल रही।
लाजर मसीह के पास से जो सामान बरामद हुआ, वह सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा अलर्ट था। उसके पास से तीन सक्रिय हैंड ग्रेनेड, दो डेटोनेटर, एक विदेशी पिस्टल (Norinco M-54 Tokarev, USSR की बनी हुई 7.62 mm) और 13 विदेशी कारतूस बरामद हुए। इसके अतिरिक्त, एक सफेद रंग का विस्फोटक पाउडर भी मिला, जो किसी बड़ी तबाही की ओर इशारा कर रहा था।
इसके अलावा, लाजर के पास गाजियाबाद का आधार कार्ड और बिना सिम कार्ड वाला मोबाइल फोन मिला, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वह अपनी असली पहचान छिपाने के लिए कई नामों और ठिकानों का इस्तेमाल कर रहा था।
इस गिरफ्तारी से यह सवाल उठता है कि लाजर मसीह किस प्रकार की बड़ी साजिश को अंजाम देने की योजना बना रहा था? उसका नेटवर्क कौन-कौन से लोग शामिल थे? और क्या पाकिस्तान की ISI के सहयोग से BKI भारत में किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहा था?