बरेली बवाल पर चला बाबा का हंटर…तौकीर रजा अंदर : मौलाना को भेजा गया फतेहगढ़ जेल, तीन हजार उपद्रवियों पर एक्शन


चला बाबा का हंटर – मौलाना तौकीर अंदर

बरेली बवाल पर सख्ती, चर्चित मौलाना को भेजा गया फतेहगढ़ जेल, तीन हजार उपद्रवियों पर दस एफआईआर

अफसरों ने भारी फोर्स के साथ किया फ्लैग मार्च
शाम होते होते ठप कर दिया गया इंटरनेट

बरेली। बरेली को एक बार फिर दंगे की आग में झोंकने की साजिश नाकाम हो गई है। पुलिस और प्रशासन की सख्ती ने इस बार वह फैसला कर लिया जो अभी तक सिर्फ चर्चा और कयासों में रहता था। चर्चित मौलाना तौकीर रजा खां को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद बरेली की पुलिस और प्रशासन ने मौलाना को गिरफ्तार करके यहां से फतेहगढ़ जेल भेज दिया है। सतर्कता बरतते हुए अफसरों ने भारी फोर्स के साथ शहर में फ्लैग मार्च किया। शाम होते होते इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। दस एफआईआर दर्ज की गई हैं, करीब तीन हजार उपद्रवियों को चिन्हित किया गया है।

कल के बेहद तनाव भरे दिन के बाद बरेली में आज की सुबह कई तरह की आशंकाओं के बीच हुई। देर रात ही हाउस अरेस्ट किए गए मौलाना तौकीर रजा खां को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। हाउस अरेस्ट के दौरान ही मौलाना ने एक वीडियो जारी करने की कोशिश की जिसके बाद बेहद सख्त हुए प्रशासन ने मौलाना को अपनी हिरासत में ले लिया। तौकीर रजा खां समेत आठ लोगों को सुबह होते ही जेल भेज दिया गया। कई तरह की अफवाहों और खबरों के बीच डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेस कांफ्रेंस करके पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी।

प्रेस वार्ता में एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद कुछ स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन हुआ था। कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस ने सख्ती की। उन्होंने कहा कि  हमने कुल दस एफआईआर दर्ज की हैं। थाना कोतवाली में पांच एफआईआर, थाना बारादरी में दो एफआईआर और थाना किला, प्रेमनगर व कैंट में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई हैं।

एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि  आज घटना में शामिल आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार करके रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार करके जेल भेजे गए लोगों में मौलाना तौकीर रज़ा, सरफराज पुत्र सलीम, मनीफुद्धीन पुत्र जरीफुद्धीन, अजीम अहमद पुत्र नसीम अहमद, मोहम्मद शरीफ पुत्र मोहम्मद अहमद, मोहम्मद आमिर पुत्र मोहम्मद जाहिद, रिहान पुत्र राजू और मोहम्मद सरफराज पुत्र समीन प्रमुख हैं।

एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि कोतवाली की मुख्य एफआईआर संख्या 489/25 में भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के साथ संगठित अपराध और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने के प्रावधान शामिल किए गए हैं। 

एसएसपी श्री आर्य ने बताया कि घटनास्थल से भारी मात्रा में पत्थर के टुकड़े, टूटे बेरिकेड, चप्पल जूते, ब्लेड, 12 बोर व 315 बोर के खोके/कार्ट्रिज, जिंदा कार्ट्रिज, एक 12 बोर तमंचा, अवैध चाकू, लाठी, डंडे और पेट्रोल भरी हुई काँच की टूटी बोतलों के टुकड़े बरामद हुए हैं। साथ ही मौके पर दो वाहन क्षतिग्रस्त पाए गए हैं, जिनमें एक चार पहिया (UP-32 AG 31 37) और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिन लोगों को गिरफ़्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, उनके विरुद्ध प्रक्रियाएं जारी हैं। बाकी हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है और आवश्यक वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि हमने आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज, मैदानी इनपुट, टेक्निकल इंटेलिजेंस और सूचना इकाइयों की मदद से काम शुरू कर दिया है। जांच के दौरान यह तथ्य भी सामने आया है कि बाहरी असामाजिक तत्व और कुछ बाहरी अपराधी इस घटना में शामिल रहे।

उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ भी सूचना संग्रह कर कठोर कार्रवाई की जायेगी। घटना में एक नदीम नामक व्यक्ति का भी नाम सामने आया है नदीम (IMC नेता) है, जो फरार है और जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीम काम कर रही है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मौलाना तौकीर रज़ा के नाम से पहले भी कुछ एफआईआर जुड़े हुए मिले हैं।

जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि जब प्रशासन को पता चला कि शुक्रवार को प्रदर्शन होना है, आईएमसी के प्रतिनिधि नफीस लगातार प्रशासन के संपर्क में रहे। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने साफ कर दिया था कि बिना अनुमति कार्यक्रम नहीं हो सकता है। उनसे कहा गया कि घर जाकर विचार करके सकारात्मक जवाब दिया जायेगा। आईएमसी की ओर से एक पत्र भी दिया गया कि कोई भीड़ नहीं होगी, ना ही कोई मार्च निकलेगा। कुछ देर बाद इसका खंडन कर दिया गया। फिर वीडियो जारी करके पत्र को फर्जी बताया गया। डीएम ने बताया कि लगातार मौलाना को समझाया गया।

जिलाधिकारी ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद 80 से 90 प्रतिशत लोग शांति से घर चले गए, कुछ लोग रुके रहे, बाहरी लोग भी उनसे जुड़ गए। इसके बाद माहौल खराब करने की कोशिश की गई तब पुलिस ने बल प्रयोग करके भीड़ को वापस किया। अब आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए अफसरों ने शहर की सड़कों पर भारी फोर्स के साथ फ्लैगमार्च किया। इस बीच मौलाना तौकीर रजा खां को फतेहगढ़ जेल भेज दिया गया है। शाम होते होते इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बरेली के चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है, इस बीच आज बाजार सामान्य ढंग से खोले गए हैं। तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।

डीआईजी ने दस सदस्यीय एसआईटी का किया गठन
डीआजी बरेली रेंज अजय कुमार साहनी ने दंगे कराने की कोशिश की जांच के लिए दस सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। एसपी सिटी मानुष पारिख के नेतृत्व में यह जांच होगी।

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