
Azam Khan : समाजवादी पार्टी (SP) के कद्दावर नेता आजम खान ने SIR (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक दायित्वों का पालन जरूरी है, लेकिन संविधान की गरिमा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
आजम खान ने कहा, “अगर संविधान के साथ छेड़छाड़ की गई या संवैधानिक प्रक्रियाओं का मजाक उड़ाया गया, तो बिहार जैसी स्थिति दोबारा पैदा हो सकती है। लोग कुछ भी कहें, लेकिन बिहार की जनता सच्चाई जानती है, और पूरा देश भी सच से वाकिफ है।”
“बिहार में SIR की टाइमिंग ठीक नहीं थी”
आजम खान ने कहा कि बिहार में SIR की टाइमिंग सवालों के घेरे में है, क्योंकि यह चुनाव से ठीक पहले हुई। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अभी डेढ़ साल बाकी है, इसलिए यहां विरोध नहीं दिख रहा। लेकिन बिहार में चुनाव से पहले ऐसा होना, स्वाभाविक रूप से विवाद पैदा करता है। सड़कों पर लोग उतरे और सुप्रीम कोर्ट को भी दखल देना पड़ा।”
“मेरे भाषणों पर कभी चुनाव आयोग ने आपत्ति नहीं जताई”
उन्होंने कहा, “मेरी सदस्यता कई बार रद्द की गई, लेकिन कभी भी चुनाव आयोग ने मेरे खिलाफ कार्रवाई नहीं की। मेरे 50 साल के राजनीतिक जीवन में मेरे किसी भाषण पर आयोग ने आपत्ति नहीं जताई, सिर्फ स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई की, जिससे यह साफ है कि स्थानीय अधिकारी चुनाव आयोग से भी ज्यादा ताकतवर हो गए हैं।”
“13-14 बार चुना गया, ऐसा रिकॉर्ड किसी के पास नहीं”
आजम खान ने दावा किया कि वे एक ही क्षेत्र से 13-14 बार निर्वाचित हुए हैं, जो अब तक किसी और नेता ने नहीं किया। उन्होंने कहा, “कुछ लोग 7-8 बार जीते होंगे, लेकिन उन्होंने क्षेत्र बदले। मेरा वोट शेयर कभी घटा नहीं, बल्कि हमेशा बढ़ा है।”
“धर्म या जाति के आधार पर कभी भेदभाव नहीं किया”
SP नेता ने कहा, “अगर मैं सड़क पर गाड़ी रोक दूं तो ट्रैफिक रुक जाता है। बाजार जाता हूं तो भीड़ जुट जाती है। ये प्यार मुझे इसलिए मिला क्योंकि मैंने कभी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया। मैं न किसी बड़े राजनीतिक परिवार से हूं, न बहुत अमीर आदमी। मेरे पास पैसा नहीं है, लेकिन जनता का भरोसा है।”










