मानसिक खुशहाली हेतु सहायक आयुर्वेदिक चिकित्सा व दवाएं – डॉ.कमल
भास्कर समाचार सेवा
इटावा। जिले में 10 अक्टूबर से मनाया जा रहा मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह का आज आखिरी दिन है। इसके तहत पूरे सप्ताह सभी आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही मानसिक रोग संबंधी आयुर्वेदिक दवाएं भी वितरित की गईं।
जिले के क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ मनोज दीक्षित ने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में प्रतिमाह 60-70 मानसिक रोगी आ रहे हैं।
आयुर्वेद मानसिक रोगों के उपचार में भी अद्वितीय स्थान रखता है। इन दवाओं का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। अज्ञानतावश लोग मानसिक बीमारी समझ नहीं पाते हैं और मरीज का उपहास उड़ाते हैं। ऐसा सिर्फ यहां नहीं बल्कि अन्य स्थानों पर भी होता है। इस बार आयुर्वेद दिवस पर भी लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ कमल ने बताया कि आयुर्वेद में मानसिक रोग जैसे सिजोफ्रेनिया, पागलपन, बाईपोलर डिस्आर्डर, पर्सनालिटी डिसऑर्डर, ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर का उपचार संभव है। यह पद्धति सदैव मानसिक खुशहाली के लिए सहायक सिद्ध हुई है। आयुर्वेद के पुराने ग्रंथों में भी मानसिक रोगों के उपचार के लिए शमन चिकित्सा, शोधन चिकित्सा एवं सत्वावजय चिकित्सा का वर्णन मिलता है। शोधन चिकित्सा के जरिए हल्की बीमारी को कुछ आयुर्वेदिक औषधियां खिलाकर ठीक किया जा सकता है। यह बीमारी पुरानी यानि असाध्य हो गई हो तो फिर इसका इलाज पंचकर्म चिकित्सा के जरिए किया जाता है। शरीर का शोधन करके आयुर्वेदिक औषधियों खिलाई जाती हैं। इससे रोग जड़ से पूरी तरह समाप्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि शमन चिकित्सा के अंतर्गत मानसिक रोगों के उपचार के लिए सैकड़ों आयुर्वेदिक औषधियां उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि आज के समय मे हर एक छः में से एक आदमी मानसिक रोगी है जिसमे हमेशा उदास रहना, गुस्सा आना, नींद न आना,कम में मन न लगना, तनाव में रहना, नकारात्मक विचार आदि लक्षण प्रमुख है। डिप्रेसन की समस्या लेकर आने बाले रोगियों में आईटी सेक्टर में काम करने बाले युवा प्रमुखता से होते है। लगातार कम्प्यूटर पर काम करने की आदत बढ़ते कार्य के दबाव में योग के साथ साथ आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग कारगर है।
साहकमर निवासी 32 वर्षीय सलालुद्दीन ने बताया कि मैं बुरी तरह से डिप्रेशन से ग्रस्त था और कभी-कभी मानसिक रूप से अस्थिर हो जाता था। लेकिन कुछ माह से आयुर्वेदिक दवा का सेवन कर रहा हूं मुझे बहुत आराम मिला है अब मैं मानसिक अस्थिरता जैसी समस्या से निजात पा चुका हूं।