
- स्थानांतरण के 10 माह बाद भी कर्मी नहीं हुआ रिलीव
- दो बार निदेशक प्रशासन भी भेज चुके हैं रिमाइंडर
- हर बार सीएमओ अयोध्या के यहां गायब हो जाता है शासन का पत्र
अयोध्या। स्वास्थ्य विभाग में स्थानान्तरण नीति को ठेंगा दिखाकर 10 माह से नवीन तैनाती स्थल पर योगदान करने से बच रहे सीएमओ कार्यालय के स्टेनो संदीप यादव के खिलाफ कार्रवाई कब तक होगी, यह तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ही जाने, किन्तु इस मामले में पूर्व सीएमओ डा. संजय जैन की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। यदि निदेशक प्रशासन स्थानांतरण की नीति पर अमल करते हैं, तो स्टेनो के साथ साथ पूर्व सीएमओ पर भी कार्रवाई होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग में बीते वर्ष 28 जून 2024 को स्थानांतरण नीति के तहत सीएमओ कार्यालय अयोध्या के स्टेनो संदीप यादव का स्थानांतरण जिला महिला चिकित्सालय बाराबंकी कर दिया गया था। स्टेनो संदीप बाराबंकी नहीं जाना चाह रहा था। उसने तत्कालीन सीएमओ डा0 संजय जैन से मिल कर रिलीविंग आर्डर रुकवा लिया। इस बीच दो बार निदेशक प्रशासन की ओर से रिमांइडर जारी किया गया किन्तु सीएमओ डा0 संजय जैन की छत्रछाया में काम कर रहा संदीप यादव निदेशक प्रशासन के निर्देश को धता बताता रहा।
क्या कहती है स्थानांतरण नीति
स्वास्थ्य विभाग की स्थानांतरण नीति 2024 में यह उल्लेख किया गया है कि ‘स्थानान्तरित कार्मिकों को निर्धारित समय में कार्यमुक्त न किया जाना अनुशासनहीनता मानी जायेगी। जो अधिकारी स्थानान्तरण आदेशों का पालन न करते हुए, सम्बन्धित कार्मिक को कार्यमुक्त नहीं करेंगे, उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही की जायेगी। स्थानान्तरित कार्मिकों द्वारा नवीन तैनाती के पद पर समयान्तर्गत कार्यभार ग्रहण न करने पर उन्हें स्वतः कार्यमुक्त किया जा सकेगा। स्थानान्तरित कार्मिकों के द्वारा नदीन तैनाती के स्थान पर कार्यभार ग्रहण न करने पर उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही की जाए।
विचलन की स्थिति में पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित नियंत्रक अधिकारी के कार्यालय की होगी, साथ ही साथ सम्बन्धित कार्मिक की (सेवापुस्तिका, अन्तिम वेतन प्रमाण पत्र, डाटा डिलीट प्रमाण पत्र/मानव सम्पदा के डिलीट प्रमाण पत्र) एवं कार्यमुक्त प्रमाण पत्र तत्काल नवीन समायोज-स्थान के नियंत्रक अधिकारी को उपलब्ध कराना होगा। कार्यमुक्त कार्मिक की योगदान स्वीकार कर किया जाय। उक्त कार्मिकों का माह जुलाई, 2024 का वेतन उनकी नवीन तैनाती स्थान से आहरित की जायेगी।
कार्रवाई हुई तो स्टेनो के साथ नपेंगे पूर्व सीएमओ
शासन की ओर से जारी स्थानांतरण नीति का खुला उल्लंघन पूर्व सीएमओ डा. संजय जैन व स्टेनो संदीप यादव ने किया। सवाल यह भी है कि सीएमओ डा. संजय जैन ने किस लालच में संदीप यादव को रिलीव नहीं किया। जब निदेशक प्रशासन का थह निर्देश था कि जुलाई 2024 माह का वेतन बाराबंकी जनपद से निर्गत होना था तो सीएमओ अयोध्या के कार्यालय से उसे वेतन कैसे और किस अधिकारी के हस्ताक्षर से निर्गत किया जाता रहा। यह माना जा रहा है कि यदि शासन इस मामले में कार्रवाई करता है तो स्टेनो के साथ पूर्व सीएमओ पर भी कार्रवाई की तलवार चल सकती है।