
अयोध्या। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में कार्य कर रहे बालाजी इंफ्रा कंपनी की संचालिका आरती सिंह मूल निवासी सिरसागंज फिरोजाबाद ने गोल्फ कार्ट संचालन के नाम पर करोड़ों की ठगी का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या को लिखित शिकायत सौंपी है। पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2023 में स्पीडो ऑटोमोबाइल कंपनी से गोल्फ कार्ट खरीदी गई थी, जिसका उद्घाटन तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा 26 सितंबर 2023 को किया गया था।
आरती सिंह ने बताया कि गाड़ियां खरीदने के दौरान उन्होंने कंपनी को 20 लाख रुपये नगद, 1 करोड़ 45 लाख रुपये का चेक बतौर सिक्योरिटी और लगभग 6 लाख रुपये खाते में जमा किए थे। संचालन की जिम्मेदारी उन्होंने अपने ड्राइवर रहे रैनिक यादव को मैनेजर पद पर नियुक्त कर सौंपी थी।

पीड़िता के मुताबिक शुरुआत में सब कुछ सामान्य चला, लेकिन बाद में रैनिक यादव ने बताया कि वह सिक्स सीटर और 12 सीटर गाड़ियां किराए पर चला रहा है। कंपनी के खाते में समय-समय पर नकद और ऑनलाइन माध्यम से बड़ी धनराशि जमा होती रही। अब तक करीब 3 करोड़ रुपये की धनराशि जमा हो चुकी है।जब आरती सिंह ने दो वर्षों बाद हिसाब मांगना शुरू किया, तो टालमटोल किया गया।
इतना ही नहीं, गाड़ियों पर लिखे रामरथ कंपनी व उत्तर प्रदेश पर्यटन के नाम को रातों-रात मिटा दिया गया। 10 जून 2025 को जब वह पुनः हिसाब मांगने पहुंचीं, तो रैनिक यादव समेत वीरेन्द्र यादव, निखिल यादव, शोभित तिवारी सहित अन्य लोगों ने उनके व उनके स्टाफ से बदसलूकी की पीड़िता का आरोप है कि रैनिक यादव और एक अन्य व्यक्ति हिमांशु ने उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग में उनके फर्जी हस्ताक्षर कर कुछ दस्तावेजों पर स्टैंप लगाकर गंभीर धोखाधड़ी की है।
आरती सिंह ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।