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नई दिल्ली : महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी के औरंगजेब की तारीफ करने वाले बयान पर छिड़ी जंग अब देश का प्रमुख मुद्दा बन गया है। भाजपा जिस ‘औरंगजेब युद्ध’ को महाराष्ट्र से यूपी, बिहार और राजस्थान तक ले गई अब उसी औरंगजेब ने भाजपा नेताओं को आपस में लड़ा दिया। तुगलक लेन स्थित भाजपा सांसद दिनेश शर्मा के आवास के बाहर लगी नेमप्लेट में ‘तुगलक लेन’ के ऊपर ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ लिखा गया है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
औरंगजेब ने बदलवा दिया तुगलक लेन का नाम
भाजपा नेता दिनेश शर्मा ने अपने परिवार के साथ हाल ही में 6 तुगलक लेन स्थित नए आवास में गृह प्रवेश किया। नेमप्लेट में ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ शीर्षक के नीचे ‘तुगलक लेन’ ब्रैकेट में लिखा गया है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सांसद ने कहा कि आस-पास के अन्य बंगलों की नेमप्लेट्स के अनुसार ही यह परिवर्तन किया गया है, और गूगल पर भी यह स्थान ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ के नाम से प्रदर्शित होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत रूप से स्थानों के नाम बदलने का अधिकार नहीं होता, और यह बदलाव केवल नेमप्लेट में किया गया है।
बिना इजाजत बदल गया मार्ग का नाम
दिल्ली में किसी स्थान या सड़क का नाम बदलने के लिए न्यू दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (NDMC) को प्रस्ताव भेजा जाता है। NDMC की 13 सदस्यीय समिति उस प्रस्ताव पर चर्चा करती है, स्थान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का मूल्यांकन करती है, और फिर काउंसिल में अंतिम निर्णय लिया जाता है। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि नाम परिवर्तन सुविचारित और मान्यता प्राप्त हो।
तुगलक वंश (1320-1413) दिल्ली सल्तनत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस वंश के दौरान कई प्रशासनिक और सांस्कृतिक परिवर्तन हुए, जो आज भी दिल्ली की विरासत का हिस्सा हैं। ‘तुगलक लेन’ का नामकरण इस ऐतिहासिक संदर्भ को ध्यान में रखकर किया गया होगा।
औरंगजेब पर दो भाजपा नेताओं में धर्म युद्ध
बता दें कि भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने अपने आवास की नेमप्लेट में तुगलक लेन मार्ग का नाम स्वामी विवेकानंद लिख दिया गया है। जिसके बाद से ही नेमप्लेट पर विवाद छिड़ गया है। जेडीयू नेता भी औरंगजेब को लेकर आपस में भिड़ गए हैं। राजनीतिक स्तर पर शुरू हुई औरंगजेब पर विवादित चर्चा अब भाजपा के खेमें में भी दिख रही है।