
Auraiya : उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के बिधूना तहसील क्षेत्र के एरवाकटरा थाना इलाके में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां गांव दोबामाफी की रहने वाली नेत्रहीन विधवा महिला रीता ने तहसील प्रशासन और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि गांव के लेखपाल व उसके साथियों ने दवा दिलाने के बहाने उसे तहसील ले जाकर उसके मकान और जमीन के कागजात पर अंगूठा लगवा लिया और धोखे से जमीन अपने नाम करा ली।
रीता जन्म से ही नेत्रहीन हैं। हाल ही में उनके पति सर्वेश का निधन हो गया, जिससे परिवार पहले से ही टूट चुका है। रीता का एक मात्र सहारा उनका 5 वर्षीय बेटा है। पीड़िता ने बताया कि 10 तारीख को गांव का लेखपाल और कुछ लोग उसे तहसील ले गए। बहाना दवा दिलाने का बनाया गया, लेकिन वहां जमीन और मकान से जुड़े दस्तावेजों पर अंगूठा लगवाकर उनके नाम से बैनामा करा लिया गया।
मामला तब उजागर हुआ जब शुक्रवार को परिवार को इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली। इसके बाद रीता अपनी बहन अनीता और भतीजी शिवा के साथ थाना एरवाकटरा पहुंचीं। वहां उन्होंने न सिर्फ जमीन हड़पने की शिकायत दर्ज कराई बल्कि आरोप लगाया कि उनका बच्चा भी वर्तमान में आरोपियों के पास है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला को सुझाव दिया कि वह तहसील में लिखित शिकायत दर्ज कर बैनामा रद्द कराए। इसके बाद पीड़िता ने तहसील बिधूना जाकर अधिकारियों से गुहार लगाई। तहसील प्रशासन ने जांच का आश्वासन दिया है और पूरे मामले की पड़ताल करने की बात कही है।